दिल्ली : दिल्ली में बिहार के गयाजी जिले के रहने वाले सड़क हादसे में चार की मौत और दर्जनों लोग घायल हो गए थे। वहीं मृतकों के शव को और घायल लोगों को आज दिल्ली से मिनी बस से अपने गांव इमामगंज के चपरी गांव लाया गया, जहां मृतक के परिजनों में चीत्कार मच गई। वहीं घायल के परिजन भी काफी दुखी थे। इस मौके पर विभिन्न पार्टियों के नेता व समाजसेवी मौके पर मौजूद होकर सभी को सांत्वना दे रहे थे।
हालांकि इस बीच स्थानीय विधायक दीपा मांझी नदारत दिखी। जिसके कारण दूसरे पार्टी व समाजसेवियों का परिजनों में आक्रोशित भी देखें। वहीं राजनीतिक पार्टियों ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए देने का भी मांग किया है। साथ ही जो घायल है उसे भी मुआवजा देने की बात की गई है।
सभी मृतक और घायलों को एंबुलेंस और मिनी बस से लाया गया गांव
आपको बता दें कि सभी घायलों को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपने खर्चे से और सभी मृतक को एंबुलेंस और मिनी बस से गया पहुंचाया गया। बता दें कि गया जिले के इमामगंज के चपरी गांव के महादलित परिवार के 25 से 30 लोग दिल्ली होते हुए हरियाणा को पलायन कर रहे थे। दिल्ली में ही पिकअप वैन से सभी जा रहे थे। तभी पिकअप वैन का टायर फटने से गाड़ी पलट गई। जिसमें एक पुरुष सहित तीन बच्चों की मौत हो गई थी, जिसमें कई लोग घायल भी हो गए थे।
यह भी देखें :
CM नीतीश ने कल ही मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपए देने का किया है ऐलान – विधायक प्रतिनिधि वीरेंद्र डांगी
इमामगंज के पूर्व हम पार्टी के विधायक प्रतिनिधि वीरेंद्र डांगी ने बताया कि सीएम नीतीश कुमार ने कल ही मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपए देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को सूचना मिली तो उसने अपने आदमी को अस्पताल भेज कर सभी घायलों का हाल-चाल लिया। साथ ही सभी को रहने खाने का इंतजाम किया और सभी घायलों को भी अपने खर्चे से इमामगंज भेजा है। वहीं मृतक के परिजनों ने बताया कि हम लोगों को रोजी रोजगार दिया जाए। साथ ही उचित मुआवजा और नौकरी दिया जाए। हम लोगों के पास नौकरी रहता तो हमलोग यहां से बाहर नहीं जाते।
यह भी पढ़े : बिहार में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को स्कूल सिलेबस में शामिल करने की उठी मांग, JDU का समर्थन, RJD ने क्या कहा…
आशीष कुमार की रिपोर्ट
Highlights