गया: गया महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र बोधगया में एमएसएमई संवर्धन सह प्रशिक्षण का एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी का स्वागत उद्योग विभाग के सचिव ने हरित पौधा देकर उनका किया। इसके पश्चात उद्योग विभाग के निदेशक ने मंत्री उद्योग विभाग सह पर्यटन विभाग सह गया जिला के प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा को हरित पौधा एवं अंग वस्त्र देकर स्वागत किया।
सहकारिता विभाग सह पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ प्रेम कुमार को भी उद्योग विभाग के निदेशक ने पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्र प्रदान कर स्वागत किया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सचिव वंदना प्रेयसी ने सभी अतिथियों एवं सभी इन्वेस्टर्स का स्वागत किया है। उद्योग विभाग, उद्योग के क्षेत्र को बढ़ावा देने में काफी कार्य कर रहा है। इसके अलावा माइक्रो लेवल पर गांव स्तर पर लोगों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। भविष्य में उद्योग की क्रांति बिहार में आएगी।
आज महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र के प्रांगण में विश्वकर्मा योजना के तहत टूलकिट का प्रदर्शनी भी तैयार किया गया है जिसे अनेकों लोगों ने देखा है और समझा है। विश्वकर्मा योजना के तहत चयनित लोगों को विस्तार से ट्रेनिंग दी जाएगी उसके पश्चात उन्हें टूलकिट उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश के आलोक में महिला उद्यमी एवं युवा उद्यमी पर काफी बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। इससे बिहार के अनेकों युवाओं एवं महिलाओं को ऋण वितरण कर उन्हें रोजगार एवं अपना उद्योग लगाने में मदद करने का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले भविष्य में बिहार को इंडस्ट्रियल हब बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। आयोजित कार्यशाला में अनेको उद्यमियों को केंद्रीय मंत्री ने उद्योग लगाने के लिए विभिन्न बैंकों का चेक वितरण किया, जिसमें मुख्य रूप से गया जिले के निखिल कुमार को 65 लाख रुपए का चेक प्रदान किया। इसके अलावा गया के कुंदन कुमार को एक करोड रुपए का चेक प्रदान किया गया है। इसी प्रकार गया, जहानाबाद, अरवल इत्यादि जिलों के उद्यमियों जो अपना रोजगार स्थापित करना चाहते हैं, उन्हें लाखों लाख रुपए का बैंक चेक ऋण उपलब्ध करवाया गया है।
https://www.youtube.com/@22scopebihar/videos
यह भी पढ़ें- CSP से लूट की कोशिश मामले में पुलिस ने 2 को किया गिरफ्तार
गया से आशीष कुमार की रिपोर्ट
MSME MSME MSME MSME
MSME