Bermo– बालू की रखवाली- चंद्रपुरा प्रखंड का दुग्दा पूर्वी पंचायत से एक अजीबोगरीब कहानी सामने आयी है.
Highlights
बतलाया जा रहा है कि दुग्दा पूर्वी पंचायत के मुखिया रीतलाल रजक 12 सितम्बर से पंचायत का विकास कार्य को छोड़कर बालू की रखवाली कर रहे हैं.
करीबन 50 दिनों के बाद मुखिया जी ने चन्द्रपुरा अंचल अधिकारी को आवेदन देकर इस काम से मुक्ति दिलवाने की गुहार लगायी है.
बालू की रखवाली करुं या पंचायत का विकास-
बतलाया जा रहा है कि 12 सितंबर को खनन अधिकारियों के द्वारा
दामोदर नदी से सटे बेड़ा बस्ती घाट पर 84 हजार धन फिट बालू जब्त किया गया था,
यही बालू मुखिया जी के लिए जी का जंजाल बन गया.
दरअसल खनन पदाधिकारियों ने इस बालू की रखवाली का जिम्मा नवनिर्वाचित मुखिया रीतलाल रजक के कंधों पर डाल दिया है.
अब अचंलाधिकारी को लिखे अपने पत्र में मुखिया रीतलाल रजक ने कहा है कि
मैं एक नवनिर्वाचित मुखिया हूं, हमारे कंधों पर पंचायक के विकास कार्यों को चलाने की जिम्मेवारी है,
लेकिन खनन पदाधिकारियों ने मुझे बालू की रखवाली में लगा रखा है,
अब मैं पंचायत का विकास करुं, योजनाओं की निगरानी करुं या दिन-रात बालू की रखवाली.
जंगल झाड़ियों में रखा है बालू ,धैर्य दे रहा जवाब

मुखिया रीतलाल रजत का कहना है कि तब अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि
बस कुछ दिनों की बात है, जल्दी ही इसकी निलामी कर दी जायेगी,
लेकिन 50 दिनों के बाद भी इसकी निलामी नहीं की गयी,
अब मेरा धैर्य जवाब दे रहा है. साथ ही यहां से दामोदर नदी काफी दूर पर है.
जप्त बालू, नदी किनारे जंगल-झाड़ियों में रखा हुआ है.
इधर नदी का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है. बालू बहने के साथ-साथ चोरी का भी खतरा है.
अब तक बालू सुरक्षित है, आगे का पता नहीं
मैं नवनिर्वाचित मुखिया हूं. मेरे कंधें पर पंचायत के विकास के साथ-साथ कई सामाजिक दायित्व भी हैं.
अक्सर सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहता हूं. इसके कारण बालू की रखवाली करने सक्षम नहीं हूं.
मुखिया जी ने कहा कि अंचल अधिकारी, संदीप कुमार को इस जिम्मेवारी से मुक्त करने का आवेदन दिया हूं.
वैसे अब तक बालू पूरी तरह से सुरक्षित है, प्रशासन इसकी रक्षा की जिम्मेवारी किसी चौकीदार को दे सकता है,
लेकिन मुझे मुक्त करने की कृपा की जाय.
रिपोर्ट -मनोज कुमार