धनबाद : रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह की पत्नी रुनी सिंह ने जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर रुनी सिंह ने बीएसएफ के अवकाश प्राप्त जवान पंकज सिंह नामक शख्स के द्वारा साजिश के तहत माओवादियों को हथियार सप्लाई और फंडिंग मामले में फंसाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. गुरुवार को एसएसपी संजीव कुमार को आवेदन देने के बाद मीडिया से बात करते हुए रोनी सिंह ने कहा कि एनआईए के द्वारा लगभग 14 घंटे तक उसके घर में छापेमारी की घटना को अंजाम दिया.
रूनी सिंह ने बताया कि इस दौरान एनआईए ने एक लैपटॉप, 5 मोबाइल सीसीटीवी का डीवीआर समेत कुछ अन्य चीजें जब्त करके उसके घर से ले गई है, लेकिन अभियुक्त पंकज कुमार सिंह के द्वारा लगाया गया आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है और उसके पति को फंसाने की साजिश है. उसके पति उपेंद्र सिंह से पंकज ने एक लग्जरी कार खरीदने के लिए फोन किया था और इसी मामले में एक दो दफा उनसे उनकी बातें हुई हैं, लेकिन माओवादियों को हथियार सप्लाई करने या माओवादी फंडिंग से उसके पति का कोई ताल्लुकात नहीं है.
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को झारखंड के माओवादियों और आपराधिक गिरोह को हथियार और कारतूस सप्लाई करने के मामले में एक साथ झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इनमें धनबाद में रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के पांडरपाला श्रीराम विहार कॉलोनी और मटकुरिया रेलवे कॉलोनी और पंकज कुमार सिंह के आजाद नगर स्थित घरों में घंटों खंगाला था.
रिपोर्ट : राजकुमार
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