पटनाः बिहार का दूसरे सबसे बड़े अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वायरल फीवर से लगातार बच्चों की मौत हो रही है. अभी तक छह बच्चों की मौत वायरल फीवर से हो चुकी है. एनएमसीएच अस्पताल में वायरल फीवर से इलाज के लिए तमाम सुविधा उपलब्ध है, बावजूद इसके बच्चों की मौत हो रही है.
अस्पताल में कुव्यवस्था का आलम
एनएमसीएच अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ विनोद सिंह कर रहे हैं लेकिन सच्चाई कुछ और ही नजर आ रही है. लगातार वायरल फीवर से बच्चों की मौत हो रही है. मरीज के परिजनों ने बताया कि अस्पताल में दवा नहीं मिल रही है और दवा बाहर से लेना पड़ रहा है. ऐसे में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
टोटल 750 बेड, 859 मरीज भर्ती
जूनियर डॉक्टर अखिलेश सिंह ने बताया कि अस्पताल में दवा की कमी है इस कारण मरीज के परिजन और डॉक्टरों के बीच हमेशा झगड़ा होता है. मरीजों को इलाज कराने में समस्या उत्पन्न हो जाती है. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में टोटल 750 बेड है लेकिन अभी अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. एनएमसीएच में 859 मरीजों का इलाज चल रहा है.
रिपोर्ट- उमेश चौबे