नक्सलियों और माफियाओं के खिलाफ Operation Clean

नक्सलियों और माफियाओं के खिलाफ Operation Clean

गया : बिहार के गया में नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों और माफियाओं के द्वारा संयुक्त रूप से अफीम की खेती बड़े पैमाने पर लगा दी गई है। दिसंबर का महीना अंत होते-होते सैकड़ों एकड़ में अफीम की खेती लग चुकी है। वहीं, हर साल की तरह इस बार भी अब गया पुलिस ने अफीम की खेती के खिलाफ ‘ऑपरेशन क्लीन’ चलाया है। अफीम की खेती हर साल सैकड़ों एकड़ में लगाया जाना निश्चित तौर पर पुलिस-प्रशासन की बड़ी विफलता कहीं जा सकती है। फिलहाल गया एसएसपी आशीष भारती की देखरेख में अफीम व्यवसाईयों-माफियाओं के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन शुरू कर दिया गया है।

गया पुलिस के ऑपरेशन क्लीन में नौ एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट कर दिया गया है। गया जिले के छकरबंधा के कचनार और मल्हारी के जंगल में अफीम की खेती को नष्ट किया गया। कचनार में 3.05 एकड़ और मल्हारी जंगल में 6.28 एकड़ में लगी अफीम खेती को नष्ट किया गया। बताया जा रहा है कि बड़े पैमाने पर इन इलाकों में अफीम की खेती लगाई गई है। इसके अलावा जिले के अन्य कई नक्सल इलाके के क्षेत्रों में भी अफीम की खेती बड़े पैमाने पर लगी है। नक्सलियों के संरक्षण में अफीम की खेती की बात सामने आती रही है। गया पुलिस के द्वारा बताया गया है कि गया एसएसपी के निर्देशानुसार गया जिले में नक्सलियों के विरुद्ध अफीम बिक्री, भंडारण एवं अवैध मादक पदार्थ के कारोबार-धंधे में संलिप्त तस्करों के विरुद्ध विशेष अभियान ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है।

इसी क्रम में 19 दिसंबर को कई एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट किया गया। इसके साथ ही गया पुलिस के द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में घूम-घूमकर आम लोगों से अफीम की खेती नहीं करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, सभी संबंधित थाना क्षेत्र में अफीम व्यवसाईयों-माफियाओं के विरुद्ध कांड दर्ज कर लगातार कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब हो कि गया में सैकड़ों एकड़ में अफीम की खेती फिर की गई है। हर साल अफीम की खेती की जाती है। पिछले 35 सालों से अधिक समय से अफीम की खेती का जो सिलसिला चला है, वह थम नहीं रहा। जिला प्रशासन इस पर नकेल कसने में विफल साबित हो रहा है। हर वर्ष अफीम की खेती लगाए जाने के बाद पुलिस प्रशासन की कार्रवाई चलती है।

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इस बार भी अफीम की खेती को लेकर नोडल उत्पाद विभाग को बनाया गया है। वैसे, अफीम की खेती को लेकर तरह-तरह की बातें भी सामने आते हैं। इसे जान-बूझकर संरक्षण दिए जाने के आरोप भी सामने आते रहे हैं। अफीम की खेती को लेकर ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है। नौ एकड़ में लगी अफीम की खेती को नष्ट किया गया है। इस तरह का ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा। अफीम की खेती नहीं करने को लेकर लोगों से अपील की जा रही है। वहीं, संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी हो रही है।

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आशीष कुमार की रिपोर्ट

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