डिजिटल डेस्क : BLA को लेकर पाकिस्तानी झूठ का हुआ खुलासा। BLA (बलोच लिबरेशन आर्मी) के ट्रेन के हाईजैक कर लिए जाने के बाद से बनी सस्पेंस की स्थिति लगातार बरकरार है। इस बीच हाईजैक ट्रेन को BLA के कब्जे से मुक्त कराने एवं यात्रियों की रिहाई के दावों का पाकिस्तान के झूठ का खुलासा भी हो गया है।
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बताया जा रहा है BLA के ट्रेन हाईजैक करने एवं 48 घंटे के दिए अल्टीमेटम का काउंटडाउन शुरू करने से दुनिया में हो रही अपनी किरकिरी को देखते हुए पाकिस्तान इज्जत बचाने को झूठे दावों का सहारा ले रहा है।
ऑपरेशन खत्म होने के बाद पाकिस्तान सेना की तरफ से कुछ स्थानीय पत्रकारों को बोलन ऑपरेशन की फोटो भेजी गई, जिसमें बीएलए के लड़ाकों के शवों की तस्वीर थी। पाकिस्तान के पत्रकार अनस मलिक और मुजमल वहराईच ने इसे सोशल मीडिया पर भी शेयर किया, लेकिन बाद में पता चला कि ये फोटो तो अप्रैल 2024 की है।
फैक्ट चेक होने के तुरंत बाद पत्रकारों ने फोटो को डिलीट कर लिया है। फिर भी पाकिस्तान सेना का कहना है कि उसने 33 लड़ाकों को मार गिराया है, जबकि BLA ने सिर्फ 2 लोगों के मरने की बात स्वीकारी है।
पाकिस्तानी झूठ को पुष्ट करते घटनाक्रम
इस बीच, पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने लड़ाकों को मार दिया है और हाईजैक को खत्म कर दिया है। लेकिन पाकिस्तान की सेना यह नहीं बता पाई है कि वहां से ट्रेन का परिचालन फिर से क्यों नहीं शुरू हो पाया है?
पाकिस्तान की सेना ने ऑपरेशन खत्म होने और ट्रेन के परिचालन का कोई वीडियो भी जारी नहीं किया है। उलटे पाकिस्तान रेलवे ने 3 दिन तक के लिए बलूचिस्तान में सभी ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया है। आमतौर पर इस तरह की घटना जब भी होती है तो मीडिया या सरकार के जरिए घटनास्थल का फुटेज जारी किया जाता है।
अब तक पाकिस्तान की सेना वहां का कोई वीडियो जारी नहीं कर पाई है। दूसरी तरफ BLA यानी बलोच लड़ाकों ने हाईजैक का एक वीडियो जारी किया है। BLA ने ट्रेन हाईजैक के बाद पाकिस्तान सैनिकों की पूरी डिटेल जारी की थी।
लेकिन दूसरी तरफ पाकिस्तान की सेना ने ऑपरेशन खत्म होने के बाद न तो लड़ाकों की कोई जानकारी दी है और न ही उन लोगों के पास से जब्त हथियारों की। आमतौर पर ऑपरेशन खत्म होने के बाद पुलिस और प्रशासन इस तरह की पूरी जानकारी मीडिया को देती है, ताकि लोगों में उम्मीद जग सके। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना ऑपरेशन से अपना पल्ला झाड़कर खुद की किरकिरी होने से बचा रही है।

BLA की पाक को दो टूक- हर घंटे मारेंगे 5 बंधक
BLA (बलूच लिबरेशन आर्मी) की पाकिस्तान में ट्रेन को हाईजैक कर सैनिकों -अधिकारियों को बंधक बनाने की घटना के बाद दावों-प्रतिदावों का दौर जारी है। पाकिस्तान में जफर एक्सप्रेस के हाईजैक होने के बाद अब पाकिस्तान सरकार और BLA (बलूच लिबरेशन आर्मी) के दावों में भारी अंतर है।
BLA ने 150 बंधकों की बात कही है जबकि पाकिस्तान सेना ने ऑपरेशन खत्म होने का दावा किया है। ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या पाकिस्तान की सेना झूठ बोल रही है? इस बीच BLA की पाकिस्तान को दिए गए 48 घंटे के अल्टीमेटम की डेडलाइन आज दोपहर 1 बजे खत्म हो रही है।
BLA ने बलूच कैदियों को नहीं छोड़ने पर हाईजैक हुए ट्रेन में मौजूद सभी बंधकों को मारने की धमकी दी है। BLA ने अपने अल्टीमेटम में कहा है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो सभी 150 बंधक सैनिकों को मार देंगे। BLA ने पाकिस्तान की जेलों में बंद 241 बलोचों की रिहाई की मांग की है।
BLA का दावा है कि उसने आम रेल पैंसेजर्स को बगैर नुकसान पहुंचाए रिहा किया है। BLA ने दावा किया है कि उसने पाकिस्तान के 60 सैनिक मार गिराए हैं और 150 सैनिक अब भी उसके कब्जे में हैं, जो 48 घंटे के अल्टीमेट के खत्म होने के बाद मार दिए जाएंगे।

BLA ने अपने बयान में कहा है कि – ‘…पाकिस्तान को अपने सैनिकों की फिक्र नहीं है। पाकिस्तान की तरफ से बातचीत की कोई कोशिश नहीं हुई है। हम जो कहते हैं वो करने का माद्दा रखते हैं।
…हमारे अल्टीमेटम की डेडलाइन खत्म होने के हर घंटे में हम 5 बंधक मारेंगे। एक बार हमने फैसला कर लिया तो वो नहीं बदलेगा। पाकिस्तान के पास भूल सुधारने का आखिरी मौका है।
…और पाकिस्तान प्रोपेगेंडा और फेक नैरेटिव चलाना बंद करे। हाईजैक हुए जाफर एक्सप्रेस में कुल यात्री थे 426 और उसमें से पाकिस्तानी सैनिक थे 214। अभी तक सकुशल रिहा किए गए यात्रियों की संख्या है 212।
…अब तक की कार्रवाई में कुल 60 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई है। अभी भी 150 पाकिस्तानी सैनिक बंधक हैं। साथ ही अब तक की कार्रवाई में पाकिस्तान के 63 से ज्यादा सैनिक घायल हुए हैं।’

बलूच मानवाधिकार परिषद के बयान ने खींचा दुनिया का ध्यान
इस बीच एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर 200 से अधिक ताबूत लाए जाने का दावा किया है, जिससे संकेत मिलता है कि पूरी कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं।
उधर, पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक को लेकर लंदन में बलूच मानवाधिकार परिषद के सूचना सचिव खुर्शीद अहमद ने पूरी दुनिया का इस घटनाक्रम और मूल वजहों की ओर आकृष्ट किया है।बलूच मानवाधिकार परिषद के सूचना सचिव खुर्शीद अहमद ने इस घटना पर चिंता जताते हुए बलूच विद्रोहियों की तारीफ भी की।
खुर्शीद अहमद ने कहा कि- ‘…यह घटना दर्शाती है कि पाकिस्तान कमजोर हो रहा है जबकि बलूचिस्तान में बलूच स्वतंत्रता सेनानी मजबूत हो रहे हैं। ऐसी कठोर परिस्थितियों में भी बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने मानवाधिकार मानकों का पालन किया और बुजुर्ग, महिलाओं और परिवारों को क्वेटा वापस जाने दिया।
…उन्होंने कई सैन्य कर्मियों को बंधक बना लिया और गायब हुए बलूच लोगों की रिहाई की मांग की। हमें लगता है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी।
…हम बलूच स्वतंत्रता सेनानियों, विशेष रूप से बीएलए को बलूचिस्तान में पाकिस्तान-चीन परियोजनाओं पर हमला करते हुए देख रहे हैं।
…BLA अपनी मातृभूमि की रक्षा कर रहा है। बलूचिस्तान की स्थिति की मांग है कि भारत और पश्चिमी शक्तियों को बलूच के राष्ट्रीय संघर्ष का समर्थन करना चाहिए।’