मधेपुरा : कोसी क्षेत्र में बना मधेपुरा जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल सफ़ेद हाथी साबित हो रहा है. दरअसल 800 करोड़ की लागत से बनी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुविधा के नाम पर मरीजों को कुछ भी नहीं मिल रहा. सरकार और प्रशासन के लाख दावे के बाबजूद भी यहां लोगों को सही समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है. आये दिन मधेपुरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल चिकित्सक और सिस्टम की लापरवाही सामने आते रहे हैं.
वर्ष 2020 को बहुचर्चित अस्पताल का उद्घाटन बिहार के सीएम नीतीश कुमार और स्वाश्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने संयुक्त रूप से की थी. उद्घाटन के दौरान बिहार के मुखिया नीतीश कुमार सपने को साकार होता देख काफी प्रफुलित थे. लेकिन अब मधेपुरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सिस्टम दयनीय हो गई है. 800 करोड़ की चमचमती बिल्डिंग में पंखे की हवा में डॉक्टर साहब का इंतजार में मरीज झपकियां लेते हैं.
मेडिकल कालेज में ओपीडी का समय 8 बजे से 1 बजे तक का है, लेकिन 10 बजे तक किसी विभाग के किसी कमरे में डॉक्टर साहब नहीं मिलेंगे. इलाज करने आए लोगों की माने तो अक्सर डॉक्टर ओपीडी के समय में नदारद रहते हैं.
रिपोट : राजीवरंजन
अंतर्राष्ट्रीय स्तर का मेडिकल कॉलेज बनेगा पीएससीएच, चार वर्षों में पूरा होगा काम-नीतीश कुमार