पटना के गांधी मैदान में सीरियल ब्लास्ट करने में फांसी की सजा पाने वाले आतंकी को रांची भेजने की तैयारी!

रांची: गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट -पटना के गांधी मैदान में 27 अकटूबर 2013 को नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली में सीरियल ब्लास्ट करने में फांसी की सजा पाए आतंकी मोजीबुल्लाह और नोमान अंसारी को भागलपुर से रांची भेजने की हलचल से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।

कारा मुख्यालय ने विशेष केंद्रीय कारा भागलपुर में बंद दोनों खतरनाक आतंकियों की तरफ से 24 जुलाई 2022 को गृह जिले रांची की जेल में स्थानांतरित करने से जुड़ी चिट्ठी पर जेल प्रशासन से स्पष्ट मंतव्य मांग है। कारा मुख्यालय सूत्रों के अनुसार जेल में बंद दोनों आतंकियों की तरफ से लगाई गई गुहार को लेकर सहायक जेल महानिरीक्षक पटना ने स्थानीय जेल प्रशासन से बात की है।

मोजीबुल्लाह अंसारी और नोमान अंसारी को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में स्थानांतरित करने को लेकर अपना मंतव्य देने कहा है। ताकि आगे की कार्यवाही शुरू की जा सके। इधर, दोनों आतंकियों को रांची हस्तांतरण को लेकर कारा प्रशासन की हलचल पर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।

गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट

सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि बिरसा मुंडा जेल स्थानांतरित होने के बाद इनकी गतिविधियां बढ़ सकती मुख्यालय की तरफ से मांगे गए मंतव्य पर सुरक्षा कारणों का हवाला देकर स्थानीय जेल प्रशासन ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है। पटना की एनआइए कोर्ट ने एक नवंबर 2021 को गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट केस में मोजीबुल्लाह अंसारी, नोमान अंसारी, हैदर अली और ब्लैक ब्यूटी और इम्तियाज अंसारी को फांसी की सजा सुनाई थी।

गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट

दो अन्य आतंकियों उमर सिद्दीकी और अजहरुद्दीन को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। जबकि आतंकी अहमद हुसैन और फिरोज आलम को दस-दस साल तथा इफ्तेखार को सात साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। गांधी मैदार सीरियल ब्लास्ट केस में एक मात्र आरोपित फखरुद्दीन को एनआइए कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में तब बरी कर दिया था।

दोनों आतंकियों को भागलपुर की जेल में बंकर की तरह अति सुरिक्षत सिंगल टी सेल में रखा गया है। रांची भेजे जाते ही वहां के स्थानीय निवासी होने के कारण गतिविधियों में इजाफा की संभावना है।

 

 

 

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