Patna:-कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के भारत में दस्तक के साथ ही बिहार में इससे निपटने की तैयारियां शुरु हो गई है.
बता दें कि कर्णाटक और दिल्ली में ओमिक्रॉन के मरीज मिल चुके हैं और लम्बे अर्से के बाद पटना एम्स में 48 घंटे के अन्दर कोरोना से दो लोगों की मौत हुई है. पटना के बोरिंग रोड निवासी रिटायर्ड आईएस अधिकारी 88 वर्षीय धीरेंद्र कुमार सिन्हा की सांसें कोरोना से थम गई. यद्धपि रिटायर्ड आईएस अधिकारी धीरेंद्र कुमार सिन्हा की मौत का कारण ओमिक्रॉन वैरिएंट है या नहीं अभी तक इसकी कोई सूचना नहीं है. लेकिन बिहार में कोरोना एक बार फिर से पांव पसारता दिख रहा है.
इससे सबक लेते हुए राज्य का दूसरा बड़ा अस्पताल एनएमसीएच में कोरोना से निपटने की तैयारियां तेज हो गई है. इसके लिए 100 बेड तैयार किया गया है, सभी बेड नए संसाधनों से लैस और हाईटेक है. आक्सीजन सप्लाई रुम और ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्ता का जायजा जाने लगा है.
अधीक्षक डॉ0 विनोद कुमार सिंह का कहना है कि तत्काल बिहार में ओमिक्रॉन वैरिएंट का कोई खतरा नहीं दिख रहा है, लेकिन इसकी सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता. हमलोग इसकी तैयारियों में लग गए है. अस्पताल के मदर एन्ड चाइल्ड विभाग में 100 बेड की व्यवस्था की गई है. सभी बेड ऑक्सीजन से लैस और हाईटेक है. लिक्यूड ऑक्सीजन टैंक की भी व्यवस्था है, जिससे ऑक्सीजन की होने की स्थिति में टैंक द्वारा आसानी से उपलब्ध कराया जा सकेगा .
एनएमसीएच अधीक्षक, डॉ0 विनोद कुमार आम लोगों से मास्क, शोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइजर का प्रयोग करने का आग्रह किया और कहा कि सावधानी ही असली बचाव है.