आदिवासी मुख्यमंत्री नहीं पचा रही है भाजपा

पूजा सिंघल के सीए पर हेमंत सोरेन का नाम लेने के लिए बनाया जा रहा दबाव

Ranchiहेमंत सोरेन का नाम लेने के लिए बनाया जा रहा दबाव- झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा

किया है कि ईडी के द्वारा पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार सिंह पर  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का

नाम लेने के लिए दवाब बनाया जा रहा है.

सुप्रियो भट्टाचार्य के इस बयान के बाद झारखंड की राजनीतिक सरगर्मी एक बार फिर से गरम हो गयी है.

यहां बता दें कि ईडी ने खनन सचिव पूजा सिंघल करीबन 20 ठिकानों पर छापेमारी की है, इसी क्रम में ईडी

ने पूजा सिंघल के सीए के आवास पर छापेमारी कर करीबन 18 करोड़ की राशि बरामद किया था.

लेकिन यह मामला तब राजनीतिक रुप ले लिया जब सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह दावा कि सीए सुमन कुमार सिंह

पर ईडी की ओर यह दवाब बनाया जा रहा है कि वह यह स्वीकार कर ले कि यह पैसा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का है.

इस संबंध में एक ऑडियो क्लीप की भी बात कही जा रही है. कहा जा रहा है कि उस वीडियो क्लीप में

सुमन कुमार सिंह यह कहते सुने जा रहे  हैं कि उन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम लेने के लिए दवाब बनाया जा रहा है.

इस कथित ऑडियो क्लीप के सामने आते ही झामुमो सक्रिय हो चुका है, झामुमो भाजपा पर केन्द्रीय एजेंसियों

का सहारा लेकर सरकार को फंसाने का आरोप लगा रही है.

अब भाजपा ने स्वीकार कर लिया कि ईडी भाजपा की एजेंसी है

इसी क्रम में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि अब तो भाजपा भी इस बात को स्वीकार कर रही है कि ईडी भाजपा

की एक एजेंसी है. दरअसल भाजपा इस बात को पचा नहीं  रही है कि कोई आदिवासी इस राज्य का मुख्यमंत्री हो,

जो आदिवासी-मूलवासियों के हितों की बात कर सके. उनके अधिकारों की हिफाजत कर सके.

रघुवर सरकार में हुआ था घोटाला 

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जिस मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी की गई है, उसका आयोजन

तो 2016 में हुआ था. उस वक्त रघुवर दास की सरकार थी. उन्ही के द्वारा एग्रीकल्चर समिट का आयोजन किया गया था,

इस समिट में कई वित्तीय अनियमितता सामने आए थें.  इस दौरान पूजा सिंघल कृषि सचिव थी.

लेकिन उस वक्त मनरेगा और कृषि घोटाले से ध्यान भटकाने के लिए रघुवर सरकार के द्वारा

पूजा सिंघल को क्लीन चिट दी गयी थी.

हेमंत सरकार में कोई वित्तीय गड़बड़ी हुई है तो सामने लाये भाजपा 

भाजपा को चुनौती देते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सरकार में यदि कोई वित्तीय गड़बड़ी हुई है तो

उसे बीजेपी उजागर करके दिखाए. भाजपा  की कोशिश किसी भी कीमत पर सरकार को परेशान करने की है.

भाजपा की ओर से जिस जनप्रतिनिधित्व  कानून 1950 की धारा 9A के आधार पर हेमंत सोरेन को डिस्टर्ब

करने की कोशिश की जा रही है, वह यहां लागू ही नहीं होता.

कानूनी रुप से असफल होने पर केन्द्रीय एजेसिंयों का सहारा लेकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही

सुप्रियो भट्टाचार्य  ने कहा कि कानूनी तौर पर भाजपा नहीं कुछ कर पा रही है यही कारण है कि अब  अपनी

नौकरशाही को सामने कर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. दिल्ली में  बैठकर सरकार को अस्थिर करने

की कोशिश की जा रही है.  हालत यह है कि अब पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट खुद कह रहे हैं कि उस पर

ईडी की ओर से इस मामले में मुख्यमंत्री का नाम लेने का दवाब बनाया जा रहा है.

झारखंड बनाने से ज्यादा अब झारखंड बचाने के लिए कुर्बानी देनी होगी 

हमें यह गंभीरता पूर्वक सोचना होगा और यह याद रखना होगा कि अलग झारखंड राज्य की लड़ाई में हमने

जितनी कुर्बानी दी है उससे अधिक कुर्बानी हमें  झारखंड को  बचाने के लिए देनी पड़ेगी. लेकिन भाजपा की

इस  साजिश से सरकार डरने वाली नहीं है. झारखंड के अस्तित्व की लड़ाई शुरू हो चुकी है. देश में रात के

12 बजे बैठकर बीजेपी कार्यकर्ता के मामले की सुनवाई कर रही है.

रिपोर्ट- शाहनवाज

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