भारतीय खेल प्रशासन में एक नए युग की शुरुआत
नई दिल्ली : दिग्गज धाविका पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ की पहली महिला अध्यक्ष बनी.
जिससे भारतीय खेल प्रशासन में एक नए युग की शुरुआत भी हुई.
वहीं पीटी उषा को भारतीय ओलंपिक संघ का नया अध्यक्ष बनने पर
आईओसी सदस्य और रिलायंस फाउंडेनशन की संस्थापक चेयरपर्सन नीता अंबानी ने बधाई दी.
नीता अंबानी ने इसे भारतीय खेलों में बढ़ती समावेशिता का प्रमाण करार दिया,
साथ ही उन्होंने भारत के ग्लोबल स्पोटर््स नेशन बनने की दिश में लड़कियां और महिलाओं के
नेतृत्व की सराहना की. भारत के सबसे सफल एथलीटों में से एक और विश्व स्तर पर
भारतीय खेलों की ध्वजवाहक, पीटी उषा को आज आईओए के अध्यक्ष के रूप में चुना गया.
पीटी उषा के साथ नई कार्यकारी परिषद का भी चुनाव हुआ.
पहली महिला अध्यक्ष बनने पर गर्व- नीता अंबानी
नीता अंबानी ने कहा कि पीटी उषा के भारतीय ओलंपिक संघ की पहली महिला अध्यक्ष बनने पर मुझे गर्व है. उन्होंने हमारे देश का प्रतिनिधित्व किया और भारत के लिए कई पुरस्कार जीते. वह एक एथलीट के रूप में लाखों लोगों के लिए प्रेरणा रही हैं और मुझे यकीन है कि वह इस नई भूमिका में भी निखर कर सामने आएंगी. पहले भी हमारी महिला एथलीटों ने भारत को एक ग्लोबल स्पोटर््स पावरहाउस बनाने का नेतृत्व किया है, और अब आईओए की कार्यकारी परिषद में इतनी सारी महिला प्रतिनिधियों को देखकर मुझे खुशी हो रही है.
निर्विरोध निर्वाचित हुए पीटी उषा
नीता अंबानी ने कहा कि मैं आईओए के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई देती हूं और उनके साथ साझेदारी को उत्सुक हूं. यह भारतीय खेल के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और हमारे देश में ओलंपिक आंदोलन को मजबूत करने की दिशा में एक लंबी छलांग है. एशियाई खेलों में कई पदक जीतने वाली और 1984 के लॉस एंजलिस ओलंपिक खेलों में 400 मीटर की बाधा दौड़ में चौथे स्थान पर रही 58 वर्षीय पीटी उषा को चुनाव के बाद शीर्ष पद के लिए शनिवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया.
पूर्व जज नागेश्वर राव की देखरेख में हुआ चुनाव
चुनाव उच्चतम न्यायालय से नियुक्त किए गए सर्वाेच्च न्यायालय के पूर्व जज नागेश्वर राव की देखरेख में संपन्न हुए. उषा के अध्यक्ष चुने जाने से आईओए में गुटीय राजनीति के कारण पैदा हुआ संकट भी समाप्त हो गया. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने इस महीने चुनाव नहीं कराने की दशा में आईओए को निलंबित करने की चेतावनी दी थी. इन चुनावों को दिसंबर 2021 में होना था.
पीटी उषा देश का प्रतिनिधित्व करने वाले पहली महिला खिलाड़ी
आईओए के 95 साल के इतिहास में वो अध्यक्ष बनने वाली पहली ओलंपियन और पहली अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता हैं. इससे उनकी उपलब्धियों में एक और उपलब्धि जुड़ गई है. उषा ने 2000 में संन्यास लेने से पहले भारतीय और एशियाई एथलेटिक्स में दो दशक तक अपना दबदबा बनाया था.
उषा देश का प्रतिनिधित्व करने वाले पहली खिलाड़ी हैं. इसके साथ ही वह महाराजा यादवेंद्र सिंह के बाद आईओए प्रमुख बनने वाली पहली खिलाड़ी भी हैं. यादवेंद्र सिंह ने 1934 में एक टेस्ट मैच खेला था. वह 1938 से 1960 तक आईओए के अध्यक्ष रहे थे.