रांची: झारखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। मौसम विभाग ने 19 जून को रांची, खूंटी, सिमडेगा, लोहरदगा और गुमला जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, पलामू और गढ़वा जिले ऑरेंज अलर्ट पर हैं। मौसम विभाग के अनुसार 20 जून तक राज्य भर में भारी बारिश और 24 जून तक वज्रपात की संभावना बनी हुई है। लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर जलजमाव, मकान गिरने और डैमों का जलस्तर बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं।
भारी बारिश का जिलावार प्रभाव
1. रांची:
राजधानी रांची में बुधवार को लगातार बारिश के कारण तापमान में 3.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 25 डिग्री रह गया। डीसी मंजूनाथ भजन्त्री ने 19 जून को सभी सरकारी, गैर-सरकारी और निजी विद्यालयों (केजी से 12वीं तक) को बंद रखने का आदेश जारी किया है। आदेश का उल्लंघन करने वाले विद्यालयों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
2. खूंटी:
खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड अंतर्गत सोमार बाजार मुहल्ले में एक दर्दनाक हादसे में दो स्कूली बच्चे मिट्टी में दब गए। मनरेगा से बन रहे अर्द्धनिर्मित कुएं की मिट्टी लगातार बारिश के कारण धंस गई, जिससे अमित हुन्नी पूर्ति (सत नॉर्बट स्कूल) और आशीष तोपनो (संत जॉन मिडिल स्कूल) दब गए। राहत कार्य के लिए जेसीबी लगाई गई है, लेकिन मिट्टी धंसने का खतरा बना हुआ है।
3. लोहरदगा:
लोहरदगा जिले में लगातार बारिश ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। कई मार्गों पर जलजमाव हो गया है, जिससे लोगों की आवाजाही में बाधा आ रही है।
4. सिमडेगा:
पिछले तीन दिनों में 50 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है। निचले इलाकों में पानी भर गया है और प्रशासन अलर्ट पर है।
5. गुमला:
सभी 12 प्रखंडों में औसतन 39.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे पुलों और सड़कों पर पानी चढ़ने लगा है।
राजधानी रांची में लगातार हो रही वर्षा से तापमान में 3.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई और अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। जनजीवन को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने जिले के सभी सरकारी, गैर-सरकारी और निजी विद्यालयों को 19 जून को बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह आदेश केजी से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों पर लागू होगा। आदेश का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
किसानों को सतर्कता की अपील
जिला कृषि पदाधिकारी रामशंकर प्रसाद ने किसानों से 21 जून तक कृषि कार्य से दूर रहने का अनुरोध किया है।
सावधानी के सुझाव:
खेत में एक से अधिक व्यक्ति न जाएं
लकड़ी के डंडे वाले छाते का उपयोग करें
बादल गरजने पर खेतों और पेड़ों के नीचे न रुकें
पशुपालक एक जगह सभी मवेशियों को एकत्र न रखें
खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड अंतर्गत सोमार बाजार मुहल्ले में मनरेगा योजना के तहत बन रहे अर्द्धनिर्मित कुएं की मिट्टी धंसने से दो स्कूली बच्चे—अमित हुन्नी पूर्ति और आशीष तोपनो—कुएं में दब गए हैं। दोनों बच्चे क्रमशः सत नॉर्बट स्कूल, हांसा और संत जॉन मिडिल स्कूल, मुरहू में पढ़ते थे। राहत कार्य के लिए जेसीबी मशीन लगाई गई है, लेकिन लगातार बारिश के कारण मिट्टी और भी ज्यादा धंसती जा रही है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आ रही है।
वहीं, तमाड़ के मुरपा ऊपरटोली गांव में एक कच्चा मकान गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई। रांची के बेड़ो प्रखंड के पाकलमोड़ी गांव में पानी के तेज बहाव से डायवर्सन बह गया है, जिससे संपर्क मार्ग कट गया है। चान्हों स्थित पीएमश्री स्कूल का परिसर भी पूरी तरह से पानी में डूब गया है। गढ़वा जिले में कई वाड़ों में जल जमाव की स्थिति बन गई है, जबकि चतरा जिले में कई घरों में पानी घुस गया है।
तापमान में गिरावट से मिली राहत
रांची: 25°C (3.3°C की गिरावट)
चाईबासा: 27°C (5°C की गिरावट)
बोकारो: 30.2°C (राज्य में सर्वाधिक)
मेदिनीनगर: 29.3°C (3 मिमी बारिश के साथ)
तेनुघाट डैम में जलस्तर बढ़ने के कारण दो रेडियल गेट खोल दिए गए हैं। लातेहार में औरंगा और जायत्री नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। पतरातू डैम का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। रजरप्पा में भैरवी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और नदी पर बना छिलका पुल तीन फीट पानी में डूब चुका है, जिससे गोला की ओर से मंदिर आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है। हजारीबाग जिले में एनएच-522 और एनएच-33 पर कई स्थानों पर जल जमाव से यातायात प्रभावित हुआ है।
सिमडेगा जिले में बीते तीन दिनों में 50 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है, वहीं गुमला के सभी 12 प्रखंडों में औसतन 39.1 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। लोहरदगा जिले में भी भारी वर्षा के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
हादसे और नुकसान की खबरें
रांची के बेड़ो के पाकलमोड़ी गांव में पानी के तेज बहाव से डायवर्सन बह गया, जिससे गांव का संपर्क टूट गया।
तमाड़ के मुरपा ऊपरटोली में एक कच्चा मकान गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई।
चान्हों के पीएमश्री स्कूल का परिसर पानी से भर गया है।
बारिश के चलते तापमान में व्यापक गिरावट देखी जा रही है। चाईबासा में अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की कमी आई है और अब यह 27 डिग्री पर पहुंच गया है। बोकारो में सर्वाधिक तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मेदिनीनगर में 29.3 डिग्री सेल्सियस के साथ सिर्फ तीन मिमी बारिश दर्ज की गई।
जिला कृषि कार्यालय की ओर से किसानों से अपील की गई है कि वे 21 जून तक खेतों में कृषि कार्य से दूर रहें। जिला कृषि पदाधिकारी रामशंकर प्रसाद ने कहा है कि रेड अलर्ट की स्थिति में खेतों में काम करना जोखिम भरा हो सकता है। किसान खेत में अकेले जाएं और लकड़ी के डंडे वाले छाते का प्रयोग करें। बादल गर्जन के समय खेतों, पेड़ों या खुले स्थानों में न रहें। पशुपालकों को भी सावधानी बरतने को कहा गया है।
नदी, डैम और पुलों की स्थिति
तेनुघाट डैम में जलस्तर बढ़ने के कारण दो रेडियल गेट खोल दिए गए हैं।
लातेहार में औरंगा और जायत्री नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है।
रजरप्पा की भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ने से छिलका पुल तीन फीट पानी में डूब गया है, जिससे मंदिर तक का रास्ता बंद हो गया है।
पतरातू डैम का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है।
हजारीबाग में NH-522 और NH-33 पर कई स्थानों पर जल जमाव हुआ है।
गढ़वा के कई वाड़ों में जलजमाव, चतरा में घरों में पानी घुसा।
मौसम विभाग और प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करें। अगर बारिश की गति यूं ही बनी रही तो राज्य के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है।
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