Ranchi Crime : रांची पुलिस ने नकली नोटों के कारोबार में शामिल एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और लाखों रुपये मूल्य के जाली नोट जब्त किए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह गिरोह दिल्ली से संचालित होता था और बड़े पैमाने पर नकली करेंसी बाजार में खपाने की योजना बना रहा था।
Ranchi Crime : गुप्त सूचना पर बनी छापामारी टीम
22 अगस्त 2025 को पुलिस उप महानिरीक्षक और वरीय पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली कि बिहार से आने वाली चंद्रलोक बस से भारी मात्रा में नकली नोट रांची लाए जा रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस उपाधीक्षक कोतवाली के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।


छापामारी दल ने न्यू मार्केट चौक, शतु रोड के पास जाल बिछाया। कुछ देर बाद वहां चंद्रलोक बस पहुंची और यात्री उतरने लगे। उसी समय एक सफेद रंग की हुंडई कार आई, जिसमें बस से उतारे गए तीन कार्टन रखे गए। पुलिस टीम ने तुरंत घेराबंदी कर कार की तलाशी ली, जिसमें ₹500 के जाली नोटों की खेप बरामद हुई।
Ranchi Crime : 42 बंडल नकली नोट बरामद
जांच में एक कार्टन में कुल 42 बंडल नकली नोट पाए गए। इनमें से 20 बंडलों में 300-300 नोट और 22 बंडलों में 350-350 नोट भरे हुए थे। पुलिस ने कुल दो कार्टन नकली नोट और आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं। पुलिस ने मौके से गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है जिनमें मो. साबीर उर्फ राजा निवासी-नूर नगर, हरमु बायपास रोड और साहिल कुमार उर्फ करणनिवासी-हरमु हाउसिंग कॉलोनी शामिल है।
Ranchi Crime : दिल्ली से संचालित होता था गिरोह
पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड नीरज कुमार चौधरी (दिल्ली निवासी) है। वह फोन और व्हाट्सएप के जरिए गिरोह के सदस्यों से संपर्क करता था। नकली नोटों को असली नोट के ऊपर-नीचे रखकर पैक किया जाता था ताकि ग्राहकों को धोखा दिया जा सके।
गिरोह ग्राहकों से इन नकली नोटों के बदले ₹40,000 से ₹50,000 वसूल करता था और इसमें शामिल सदस्यों को 20–30% कमीशन दिया जाता था। पुलिस का कहना है कि यह नेटवर्क लंबे समय से अलग-अलग राज्यों में नकली करेंसी खपाने का काम कर रहा था।
Ranchi Crime : छापामारी दल में शामिल अधिकारी
इस ऑपरेशन में पुलिस उपाधीक्षक प्रकाश सोय, थाना प्रभारी सुखदेवनगर कृष्णा कुमार साहू, सहायक उपनिरीक्षक पिंकी कुमारी साव, बबलू बेसरा, चौधरी और रविन्द्र दास शामिल थे। पुलिस ने बताया कि गिरोह के बाकी सदस्यों की पहचान की जा रही है और उनके ठिकानों पर छापामारी की जा रही है। जल्द ही इस रैकेट से जुड़े और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
सौरव सिंह की रिपोर्ट—
Highlights