चाकुलिया: स्कूली बच्चों के लिए झारखंड सरकार द्वारा भेजी गई कॉपियों और किताबों को रद्दी में बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। चाकुलिया प्रखंड के पुराना बाजार स्थित एक स्क्रैप टाल में कई बोरियों में लदी नई किताबें और कॉपियां उतरते हुए देखी गईं। यह सामग्री स्कूली शिक्षा सत्र 2025-26 के लिए थी।
स्थानीय लोगों की सतर्कता से मामले का भंडाफोड़ हुआ, जब एक छोटा हाथी वाहन में लदी बोरियां मो. निजाम उर्फ पुट्टन उर्फ लादेन के गोदाम में उतारी जा रही थीं। मौके पर मौजूद लोगों ने जब बोरियों को खोला, तो उनमें पहली से 11वीं कक्षा तक की सरकारी किताबें और कॉपियां भरी थीं।
जांच में सामने आया कि वाहन के साथ बीआरसी कार्यालय का नाइट गार्ड बापी दास भी मौजूद था। सूचना मिलते ही पुलिस ने गोदाम पर छापा मार कर सारी शैक्षणिक सामग्री जब्त कर ली।
जिलास्तरीय शिक्षा पदाधिकारी (DSE) आशीष पांडेय ने इस गंभीर मामले में चाकुलिया के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (BPO) प्रभाकर कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने इसे सरकारी संपत्ति की चोरी और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया है। एफआईआर दर्ज करने और 24 घंटे में जवाब मांगे जाने का आदेश भी दिया गया है।
मालूम हो कि कॉपियों और किताबों के भंडारण के लिए दो गोदाम तय किए गए हैं— मिस्त्रीपाड़ा स्थित एक बंद स्कूल परिसर में और दूसरा कस्तूरबा विद्यालय के पुराने भवन में। इन गोदामों की चाबी बीपीओ के पास होती है और उन्हीं के निर्देश पर वितरण होता है। कई शिक्षकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इस वर्ष उन्हें किताबें नहीं दी गईं और बीआरसी की ओर से बताया गया कि स्टॉक खत्म हो चुका है।
यह मामला न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर भी इशारा करता है।