डिजिटल डेस्क : RG Kar Hospital Case में फॉरेंसिक टीम का चौंकानेवाला खुलासा, क्राइम सीन कहीं और था…। बीते अगस्त माह में देश और दुनिया में सुर्खियों में रहे RG Kar Hospital Case में मृत पीड़ित मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर के संबंध में अब फॉरेंसिक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
Highlights
इसमें कहा गया है कि पीड़िता के साथ आपराधिक कृत्य हुए लेकिन वहां नहीें हुए जहां के बारे में शुरू से हो जांच एजेंसियां यानी पुलिस टीमें बता रही हैं।
RG Kar Hospital Case : क्राइम कहीं और हुआ और बॉडी मौके पर रखी गई ?
सेंट्रल फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट ने RG Kar Hospital Case को नए सिरे से अचानक सुर्खियों में ला दिया है। RG Kar Hospital Case में बीते अगस्त माह में मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर केस में चार महीने बाद बड़ा टि्वस्ट आया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट में यह आशंका व्यक्त की गई है कि लेडी डॉक्टर के साथ किसी और स्थान पर दरिंदगी हुई थी। इसके बाद उसके शव को सेमिनार हॉल में रखा गया। यानी सीधे पर कहने का मतलब है कि महिला डॉक्टर के साथ सभी आपराधिक जुल्म और सितम कहीं अन्यत्र हुआ और बाद में उसकी बॉडी अस्पताल के सेमिनार हॉल में लाकर रख दिया गया।

RG Kar Hospital Case : बेहद अहम है केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट
बीते अगस्त माह में दिल दहला देने वाली घटना के रूप में सामने आए RG Kar Hospital Case में मृत पीड़ित मेडिकल छात्रा के मामले में अब सामने आई केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट काफी अहम मानी जा रही है। केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला (सीएएफएसएल) की रिपोर्ट में यह बड़ा खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते 9 अगस्त को जिस जगह को क्राइम सीन बताया गया था, वह दुष्कर्म और हत्या का क्राइम सीन नहीं है। उसके बाद इसी फॉरेंसिक रिपोर्ट में यह आशंका व्यक्त की गई है कि क्राइम सीन कोई और है। बता दें कि बीते 9 अगस्त को कोलकाता के RG Kar Hospital एंड मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु लेडी डॉक्टर की डेडबॉडी मिली थी। बाद में डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की पुष्टि की गई थी।
इस मामले में सेमिनार हॉल को कोलकाता पुलिस ने मुख्य क्राइम सीन बताया था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी बताते हुए संजय रॉय को अरेस्ट किया था। बाद में यह मामला कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दिया था।

केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में मौके पर पीड़िता के संघर्ष या प्रतिरोध का साक्ष्य नहीं…
इसी क्रम में केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट एक बड़ी बात सामने आई है। केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में बड़े ही मजबूती से क्राइम सीन कहीं अन्यत्र होने की बात इसलिए दावे से कही गई हैं क्योंकि मौके पर पीड़िता की ओर से संघर्ष या प्रतिरोध के वैसे कोई सबूत या साक्ष्य नहीं मिले हैं जैसा कि अपराध के दौरान सामान्य या असमान्य हालात में होता है।

केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) द्वारा प्रस्तुत फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता के RG Kar Hospital के सेमिनार कक्ष में अपराध स्थल पर संभावित संघर्ष या प्रतिरोध का कोई सबूत नहीं मिला, जहां एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की गई थी। प्रयोगशाला ने यह रिपोर्ट बीते 11 सितंबर को सीबीआई को सौंपी थी।