दरभंगा : बिहार के दरभंगा जिले में डोर स्टेप डिलीवरी के टेंडर को लेकर राजद के जिला अध्यक्ष उदयशंकर यादव ने प्रेसवार्ता कर उप विकास आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इस टेंडर को मैनेज करने का प्रयास किया जा रहा है। संवेदक को टेंडर का अंतिम डेट का घोषणा नहीं कर चुपचाप तरीके से अपने करीबी को लाभ पहुंचाने के लिए काम किया जा रहा है। वहीं उन्होंने आरोप लगाया है कि विकास आयुक्त ने अपने गाड़ी चालक के माध्यम से मोटी रकम लेकर टेंडर को मैनेज करने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि दरभंगा के वरीय अधिकारी को आवेदन देकर टेंडर कैंसिल करने का आग्रह किया गया है।
वहीं जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि 11 जनवरी को फ्री डिड मीटिंग मुख्यमंत्री के दौरा को लेकर डाल दिया गया जो आज तक नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि कागज बनाने के लिए कम से कम 15 से 20 दिन का समय लगता है। मगर प्रशासन के द्वारा आनन फानन मे टेंडर निकाल दिया गया। जिससे अन्य संवेदक अपना कागज नहीं बन पा पाए और टेंडर में भाग नहीं ले सके। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में कुशेश्वरस्थान, बेनीपुर और घनश्यामपुर के एसएफसी गोदाम से 50 हजार क्विंटल अनाज गबन हुआ था। इतने बड़े गबन में सिर्फ एक गोदाम मैनेजर को सस्पेंड करके छोड़ दिया गया और अन्य माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन जिन्हें लाभ पहुंचाना चाह रहे हैं। वह वहीं माफिया हैं जो 50 हजार क्विंटल अनाज के घोटालेबाज हैं। इस संबंध में डीडीसी चित्रगुप्त कुमार ने कहा कि मुझे इन प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं है। मैं ट्रांसपोर्ट कमेटी का सिर्फ एक सदस्य हूं, मुझ पर लगे आरोप निराधार है।
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वरुण ठाकुर की रिपोर्ट