जमुई : जमुई से गुजरने वाली राजमार्ग-333 A को ग्रामीणों ने जाम कर दिया। जाम छुड़ाने गए पुलिसकर्मियों पर पथराव और फायरिंग भी की गई। मामला कैदी की मौत का है। बता दें कि बीते 14 दिसंबर को एसटी-एसटी के मुकदमे का आरोपी प्रदीप यादव ने जमुई कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था। 25 दिसंबर को उसकी तबियत खराब हो गई और उसे पुलिस अभिरक्षा में जमुई अस्पताल में इलाज किया जा रहा था लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक गिद्धौर थानाक्षेत्र के संसारपुर इलाके का रहने वाला था।
मौत के बाद जब प्रदीप का शव गांव पहुंचा तो परिजन के साथ ग्रामीण भी आक्रोशित हो गए और राजमार्ग-333 A पर शव रख कर जाम कर दिया। जब आक्रोशित ग्रामीणों को पुलिस ने समझाने का प्रयाश किया तो उस पर पथराव के साथ गोलियां भी चलाई गई। फिलहाल पुलिस के वरीय पदाधिकारी अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया। लेकिन पथराव में पुलिसकर्मियों के घायल होने पर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की बात कही। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि भीड़ में मौजूद उपद्रवियों की पहचान वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि छापेमारी शुरू कर दी गई है।
बृजमोहन भगत की रिपोर्ट