रामनवमी पर बंगलुरु में बवाल और बंगाल में झड़प, चुनाव आयोग से शिकायत

डिजीटल डेस्क : लोकसभा चुनाव के दौरान रामनवमी उत्सव के दौरान देश में दो स्थानों पर विवाद और झड़प की खबर सामने आई है। दक्षिण भारत के बंगलुरु में जय श्रीराम का नारा लगाने पर जमकर बवाल होने की खबर है जिसमें  रॉड से हुए हमले में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना शहर के चिक्काबेट्टाहल्ली में हुई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बवाल में शामिल रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रेजिनगर इलाके में हुई झड़प की घटना में 20 लोगों के घायल होने की सूचना है। वहां इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। पूरे घटनाक्रम की बंगाल भाजपा ने एनआईए से जांच कराने की मांग की है।

बंगलुरु में भगवा झंडे और जय श्रीराम के नारे पर हुआ बवाल, केंद्रीय मंत्री ने निंदा की

बुधवार को रामनवमी के अवसर पर बंगलुरु में हुए बवाल के संबंध में पुलिस ने बताया कि चिक्काबेट्टाहल्ली में हुई घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बवाल में लिप्त पाए गए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जबकि अन्य दो से पूछताछ जारी है और वे नाबालिग हैं। सभी आरोपी शहर के एमएस पाल्या के रहने वाले हैं। घटना तब हुई जब संजीवनी नगर के रहने वाले पवन कुमार, राहुल और बिनायक अपनी कार से एक सेकेंड हैंड दोपहिया वाहन की जांच करने के लिए एमएस पाल्या की ओर जा रहे थे। उनके पास भगवा झंडा था और वे जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। तभी सामने से बाइक सवार फरमान और समीर ने उन्हें आकर रोका और सवाल किया कि जय श्रीराम के नारे क्यों लगा रहे हैं। आरोप है कि आरोपियों में से एक ने झंडा छीनने की कोशिश की। छीनाझपटी में बात बढ़ी तो आरोपियों रॉड से हमला कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल भेजा। घायल राहुल के सिर पर रॉड से वार हुआ था जबकि हमले में विनायक की नाक में चोट आई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है। इस बीच सूचना मिलते ही बंगलुरु उत्तर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहीं केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने पीड़ितों से उनके आवास पर मुलाकात की और घटना की निंदा की।

रामनवमी पर हिंसक झड़प से बंगाल में सियासत गरमाई

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बुधवार को रामनवमी मनाए जाने के दौरान शोभायात्रा पर छतों से पथराव होने से करीब 20 लोगों के घायल होने की घटना पर राज्य में सियासत गरमा गई है। विधानसभा में भाजपा विधायक दल नेता शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को राज्यपाल से मुर्शिदाबाद के रेजिनगर इलाके में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई झड़पों की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने राज्यपाल से कानून व्यवस्था पर दखल देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की अनुमति से निकाले जा रहे रामनवमी जुलूस पर हुए हमले में अजीबोगरीब  वाकया यह रहा कि स्थानीय पुलिस ने इस भयावह हमले में बदमाशों का ही साथ दिया और रामभक्तों पर आंसू गैस के गोले दागे। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस की मंशा तत्काल रामभक्तों का जुलूस समाप्त करना था। इसी क्रम में उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल डालखोला, रिसड़ा और श्रीरामपुर में  राज्य सरकार के शह पर ही रामनवमी के जुलूस पर हमला हुआ था तो इस साल भी पुलिस की वही भूमिका रही। यही नहीं, राज्य पुलिस बदमाशों को माणिक्यार मोड़ पर सनातनी समुदाय से संबंधित दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट को नहीं रोक पाई जो कि सीधे सीएम ममता बनर्जी के उकसावे का नतीजा रहा। उन्होंने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वह कानून और व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की विफलता पर ध्यान दे। दूसरी ओर बहरामपुर के सांसद और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि एक साजिश के तहत दंगे भड़काए जा रहे हैं। मैंने चुनाव आयोग से बात की है। अतिरिक्त बलों को शक्तिपुर भेजा गया है और मैं लगातार चुनाव आयोग के संपर्क में हूं।

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