चार हाथ और चार पैर वाली चौमुखी के लिए फरिश्ता बने सोनू सूद

Nawada– वारिसलीगंज प्रखंड की  चार हाथ और चार पैर वाली ढाई वर्षीय चौमुखी कुमारी की मदद के लिए जब कोई सामने नहीं आया, बिहार सरकार ने भी अपने हाथ खड़े कर लिए, मदद का कोई आश्वासन नहीं मिला, तब इस ढाई वर्षीय बच्ची के लिए फरिश्ता बन कर सामने आये सोनू सूद.

सोनू सूद ने चौमुखी की सर्जरी के लिए मुम्बई बुलाया और बुधवार को उसका सफल ऑपरेशन हुआ. पंचायत के मुखिया दिलीप रावत ने बताया कि सूरत के किरण हॉस्पिटल में चौमुखी का सफल ऑपरेशन हुआ है. लगभग सात घंटे चले इस ऑपरेशन के बाद चौमुखी पूरी तरह स्वस्थ्य है.

बता दें कि इसके पहले सोनू सूद के कहने पर बच्ची को आईजीआईएमएस पटना ले जाया गया था,  लेकिन आईजीआईएमएस के चिकित्सकों ने चौमुखी का परीक्षण करने के बाद बताया कि यह एक क्रिटिकल केस है, इसकी सर्जरी यहां संभव नहीं है.  जब इसकी जानकारी सोनू सूद को मिली तो सोनू सूद ने चौमुखी को मुंबई बुलाया.

सोनू सूद ने सूरत के किरण हॉस्पिटल में करवाया सफल ऑपरेशन

सोनू सूद ने चौमुखी के माता-पिता से बात कर उन्हे चौमुखी की चिंता से दूर रहने को कहा था. सोनू सूद के प्रति लोगों की दिवानगी इतनी थी कि पूरा गांव उनसे वीडियो कॉल पर बात करने के लिए जुट गया था. सोनू सूद ने भी पूरे गांव वालों से बात की थी, सबका दर्द सुना था, उस ढाई वर्षीय बच्ची के प्रति पूरे गांव की चिंता को समझा था. सोनू सूद ने अपना वादा निभाया,  बुधवार का वह दिन भी था, जब सुरत के किरण हॉस्पिटल में चौमुखी का ऑपरेशन रहा.

आपको बता दें कि वारिसलीगंज  प्रखंड के हेमदा निवासी ढाई वर्षीय चौमुखी के परिवार में कुल पांच सदस्य है. माता उषा देवी, पिता बसंत पासवान और  भाई अमित कुमार शामिल है. बड़ी बात यह है कि परिवार में सिर्फ चौमुखी की बड़ी बहन की बड़ी बहन ही स्वस्थ्य है, बाकि सारे सदस्य दिव्यांग है. पूरे दिव्यांग परिवार मजदूरी कर दो जून की रोटी व्यवस्था करता है. लेकिन, अब तक बिहार सरकार की ओर से न तो चौमुखी और न ही इस परिवार को कोई मदद मिली.

रिपोर्ट-शक्ति

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