रांची: SSC द्वारा मार्च में आयोजित CGL 2024 के परिणाम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कट ऑफ, आंसर-की में देरी और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर उम्मीदवारों ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस कारण चयनित उम्मीदवारों को स्थायी की जगह प्रोविजनल पोस्टिंग दी गई है।
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SSC ने अपने नोटिफिकेशन में स्पष्ट किया है कि कोर्ट के फैसले के बाद ही चयन को अंतिम रूप दिया जाएगा। यदि निर्णय आयोग के पक्ष में आता है तो पोस्टिंग में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा, लेकिन विपरीत स्थिति में कुछ नियुक्तियां रद्द की जा सकती हैं।
गौरतलब है कि SSC CGL 2024 के जरिए केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में 17,727 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई थी। 12 मार्च को घोषित हुए रिजल्ट के बाद कई उम्मीदवारों ने पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए।
2025 की परीक्षा पर भी असर
कोर्ट केस के कारण अब SSC CGL 2025 की परीक्षा प्रक्रिया पर भी असर पड़ सकता है। अगले वर्ष की नोटिफिकेशन 22 अप्रैल को जारी होनी थी और फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 21 मई रखी गई थी। अब संभावना जताई जा रही है कि 2024 की प्रक्रिया में देरी के कारण अगली परीक्षा का शेड्यूल भी बदला जा सकता है।
36 लाख छात्र बैठते हैं CGL परीक्षा में
SSC CGL देश की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है, जिसमें हर साल लगभग 36 लाख ग्रेजुएट उम्मीदवार भाग लेते हैं। परीक्षा दो चरणों में होती है—टियर 1 और टियर 2, जिसके बाद इंटरव्यू और फाइनल सिलेक्शन होता है।
पुराने विवादों की पुनरावृत्ति
SSC CGL को पहले भी विवादों का सामना करना पड़ा है। 2017 में पेपर लीक और 2023-24 में टियर-1 की हाई कट ऑफ को लेकर छात्रों ने नाराजगी जाहिर की थी। अब एक बार फिर से यह परीक्षा विवादों में आ गई है।