रामगढ़: आदिवासी महिला के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार आफताब अंसारी के रामगढ़ थाना से फरार होने और बाद में उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस से लेकर सियासी गलियारों तक इस घटना को लेकर हलचल मची हुई है। मंगलवार को रामगढ़ एसपी अजय कुमार और पतरातू एसडीपीओ गौरव गोस्वामी समेत कई वरीय पदाधिकारी रामगढ़ थाना पहुंचे और मामले की गहन जांच शुरू की।
थाने से भागा, फिर नदी में मिली लाश:
24 जुलाई को आफताब अंसारी के थाने से फरार होने के बाद उसकी लाश दामोदर नदी में मिली थी। एसपी के नेतृत्व में जांच दल घटनास्थल पर पहुंचा और पूरे घटनाक्रम की तहकीकात की कि आरोपी आखिरकार थाने से कैसे भागा और किन परिस्थितियों में उसकी मृत्यु हुई। रामगढ़ महिला थाना में आफताब अंसारी के खिलाफ कांड संख्या 14/25 के तहत यौन शोषण का मामला दर्ज किया गया था। पीड़िता का बयान न्यायालय में मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में दर्ज कराया गया है।
कांग्रेस की जांच टीम हाईकमान को सौंपेगी रिपोर्ट:
घटना के बाद कांग्रेस पार्टी ने भी जांच शुरू कर दी है। खिजरी विधायक राजेश कच्छप, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप तुलसीयान और महासचिव राजेश गुप्ता की तीन सदस्यीय टीम पीड़िता के घर पहुंची। रामगढ़ विधायक ममता देवी भी उनके साथ मौजूद थीं। विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर मामले का राजनीतिक और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। टीम अपनी रिपोर्ट कांग्रेस हाईकमान को सौंपेगी।
भाजपा ने निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की:
दूसरी ओर, भाजपा रामगढ़ जिला समिति ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की है। साथ ही पीड़िता को न्याय दिलाने और सामाजिक कार्यकर्ता राजेश सिन्हा की अविलंब रिहाई की भी मांग उठाई है। भाजपा नेताओं ने झारखंड सरकार के एक मंत्री और कांग्रेस नेता शहजादा अनवर पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का गंभीर आरोप लगाया है।
क्या कहते हैं पुलिस सूत्र:
पुलिस अधिकारी इस मामले को गंभीर मानते हुए जांच में कोई कोताही नहीं बरतने की बात कह रहे हैं। फिलहाल आरोपी की थाने से फरारी और उसकी संदिग्ध मौत की कड़ियों को जोड़ने का प्रयास जारी है।