पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले गहन मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर विपक्ष पूरी तरह से चुनाव आयोग और एनडीए की सरकार पर हमलावर है। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भी लगातार चार दिनों तक गहन मतदाता पुनरीक्षण का मामला ही गूंजता रहा। इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर चुनाव आयोग मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम को रद्द नहीं करता है तो फिर हम चुनाव बहिष्कार की बात करेंगे।
तेजस्वी के इस बयान पर अब सत्तारूढ़ दल के नेता हमलावर हो गये हैं। इसी कड़ी में भाजपा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने तेजस्वी पर पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी जी और उनका परिवार छोटा नहीं है। उनके माता पिता दोनों मुख्यमंत्री रहे हैं, वे खुद उप मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके बयान से यह साफ पता चलता है कि वे समझ गये हैं कि चुनाव अब हाथ से निकल चुका है इसलिए वे पहले ही मैदान छोड़ना चाह रहे हैं।
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इसके साथ ही उन्होंने तेजस्वी के चुनाव आयोग द्वारा झूठा आंकड़ा दिए जाने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुझे चिंता होती है बिहार के ऐसे नेताओं पर। बिहार में 60 लाख ऐसे मतदाता हैं जो अदृश्य हैं, उनकी मृत्यु हो चुकी है या कहीं और चले गये फिर भी उनके नाम पर ये हंगामा कर रहे हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि ये लोग जो थोडा बहुत सीट जीतते हैं क्या उन्हीं अदृश्य वोट से जीतते है क्या?
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पटना से रंजीत कुमार की रिपोर्ट