Gaya- इमामगंज थाना क्षेत्र के बागैया गांव में सोनम हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है.
पुलिस के दावे अनुसार हत्यारा और कोई नहीं सोनम का आशिक शंकर दास ही था.
मृतिका सोनम अपना ननिहाल इमामगंज थाना क्षेत्र के कुंजेशर गांव में रहकर पढाई करती थी,
जबकि शंकर दास से डुमरिया प्रखंड के करहणी गांव का रहने वाला है.
दोनों ने एक दूसरे से शादी भी कर ली थी.
लेकिन इसकी जानकारी परिजनों को नहीं थी.
शादी के बाद दोनों पति-पत्नी की तरह रहने भी लगे थें.
लेकिन कुछ दिन पहले आशिक शंकर को यह एहसास हुआ कि
सोनम किसी और से प्रेम करने लगी है.
इसके बाद सोनम की हत्या की योजना बना ली गयी.
इमामगंज एसडीपीओ अजीत कुमार ने बताया कि
सोनम की हत्या के पहले शंकर दास ने गया के जी.बी.रोड से एक चाकू खरीदा और
गया से बस पकडकर वह इमामगंज पहुंचा.
सोनम हत्याकांड- हम तुम और वो के चक्कर में चली गयी जान
इमामगंज पहुंचने के बाद एक दुकान से चूहा मारने की दवा भी खरीदा.
मिलने का समय पहले ही निर्धारित था. नियत स्थान पर दोनों की मुलाकात हुई,
मृतिका सोनम की नजर जब शंकर के बैग रखे चाकू पर गयी तो
कुछ पूछने की कोशिश करने लगी,
लेकिन तब तक शंकर उस पर अपना वार कर चुका था.
सोनम की हत्या के बाद चाकू छोड़ भाग गया था आशिक
सोनन की हत्या के बाद वह घटना स्थल पर चाकू और कपड़ा छोड़ कर भाग निकला.
लेकिन पुलिस ने उसका मोबाइल ट्रेस करना शुरु कर दिया और उसे गया से धर दबोचा.
ज्ञात हो कि इस चर्चित हत्याकांड के बाद पूरे इमामगंज प्रखंड में लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त हो गया था.
पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की गयी थी.
हत्याकांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी परिजनों से मिलने पहुंचे थें और
दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की थी.
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