मनरेगा योजना में लूट की छूट, मुखिया और मनरेगाकर्मियों पर लगा आरोप

पलामू: पाटन प्रखंड स्थित सिरमा पंचायत के कई गांव में ग्रामीणों को बिना जानकारी दिए लाभुक बनाकर योजना की राशि गबन करने का मामला उजागर हुआ है. सिरमा पंचायत के पकरी निवासी और पशु शेड लाभुक सचिदानंद दुबे को योजना की जानकारी नहीं है कि उनके नाम से पशु शेड स्वीकृत हुई है. उनके घर में पशु होने के बावजूद उन्हें आज तक योजना का लाभ नहीं मिला. लेकिन उनका आरोप है कि उनके नाम पर मुखिया की मिलीभगत से पैसे की निकासी हो गयी. इसी गांव के नीलमणि पांडेय ने आज तक अपने खेत में तटबंधी नहीं करवायी, इन्हें इस संबंध में कोई जानकारी भी नहीं है, लेकिन इनके नाम पर किसी ने तटबंधी योजना की स्वीकृति करायी है. इस मामले में मनरेगा के लाभुकों को बिना बताये उनके नाम पर फर्जी तरीके योजना की राशि ली और योजना का निर्माण नहीं कराया. ज़रूरतमंद लोगों को लाभ न देकर एक ही परिवार में आठ-आठ डोभा का निर्माण कराए जाने की बात सामने आ रही है. जबकि जरूरत के लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है. पकरी गांव में ही सविता देवी के नाम पर इसी तरह धोखे से बिना बताए योजना बनाकर पैसे की निकासी की गयी. सविता देवी के परिवार से जब इस बारे में बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि इस बारे में घर के किसी सदस्य को जानकारी नहीं है.

सिरमा पंचायत के मुखिया राकेश दुबे से जब इस संबंध में जानकारी ली गयी तब उन्होंने कहा कि हमारे पंचायत की सभी योजनाओं का निर्माण हुआ है. मामले के आलोक में मुखिया के इस दावे का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.

पलामू के केवल एक गांव में ही दर्जनों ऐसे मामले हैं, जिससे बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की बू आ रही है. ग्रामीणों ने अनियमितता को लेकर पलामू डीडीसी से शिकायत की है. शिकायत पर संज्ञान लेते हुए डीडीसी ने एक जांच टीम गठित की है.

इस संबंध में पलामू उप विकास आयुक्त मेघा भारद्वाज ने बताया कि योजना में गड़बड़ी से संबंधित शिकायत प्राप्त हुई है. इस संबंध में जांच दल से स्थलीय जांच कराने के उपरांत दोषी पाए जाने व्यक्तियों पर कार्रवाई की जा सकेगी.

रिपोर्ट- संजीव

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