रांची : झारखंड हाईकोर्ट ने देवघर कोर्ट परिसर में चली गोली के मामले में स्वतः संज्ञान लिया है.
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अदालत ने मौखिक रूप से कहा कि झारखंड में यह क्या हो रहा है.
आए दिन इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. कानून व्यवस्था गड़बड़ है.
अदालत ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट 8 जुलाई तक कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है.
साथ ही उस दिन मुख्य सचिव को भी अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया गया है.
कोर्ट ने कहा कि वह न्यायालय की सुरक्षा को लेकर चिंतित है.
इसलिए राज्य सरकार की ओर से अदालतों की सुरक्षा को लेकर किए गए उपायों की भी जानकारी मांगी है.
18 जून को हुई थी हिस्ट्रीशीटर की गोली मारकर हत्या
बता दें कि झारखंड के देवघर जिला सिविल कोर्ट में शनिवार को घुसे कुछ बदमाशों ने पेशी पर आए एक हिस्ट्रीशीटर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. बदमाशों ने सरेआम वकील के चैंबर में घुसकर हिस्ट्रीशीटर को छह गोलियां मारी, जिससे मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं मृतक के साथ मौजूद चार पुलिसकर्मी इस दौरान मूकदर्शक बने रहे. इस घटना के बाद कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया. देवघर पुलिस ने मृतक की पहचान बिहार के बिहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत बसौड़ा ग्राम निवासी अमित सिंह के रूप में की है. वो यहां पर बिहार पुलिस की सुरक्षा में एक पुराने आपराधिक मामले में पेशी के लिये आया था.
दिनदहाड़े अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
देवघर पुलिस के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 11 बजे अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था. कोर्ट में पेशी के लिए मृतक अमित सुरक्षाकर्मियों के साथ कैंपस में ही एक अधिवक्ता के चैंबर में गया था. वो जैसे ही वहां पहुंचा तभी पीछे से आए बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी. बदमाशों ने मृतक को कुल छह गोलियां मारी, जिसमें से एक सिर में, दो सीने में और तीन शरीर के अन्य भाग में लगी. वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों की एक पिस्टल घटनास्थल से ही बरामद की गयी. अपराधियों की संख्या दो से तीन बतायी जा रही है. वारदात के बाद वे बाइक से फरार हुए. इसी घटना पर झारखंड हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया.
रिपोर्ट: प्रोजेश दास