जमुई : झाझा अपोलो हॉस्पिटल फिर से सुर्खियों में आया है। इसलिए की लगातार अपोलो हॉस्पिटल में मरीज की गलत ऑपरेशन और गलत तरीके से इलाज करता है। अपोलो हॉस्पिटल पर ऐसा आरोप लगातार लग रहे हैं। ताजा मामला झाझा थाना क्षेत्र के सतीघाट बलियाडीह पंचायत का है। सतीघाट के रहने वाले मो. सोहराव अंसारी की बेटी अनिशा खातुन, पति आजम अंसारी और पिता मो. रियाज अंसारी जो करहरा के रहने वाले हैं।
Highlights
पहले पैसे ले लिया, जब मरीज की हालत खराब हुई तो भेजने लगे दूसरी जगह – मृतक के परिवार
मृतिका अनिशा खातुन के पिता मो. सोहराव अंसारी ने बताया कि हमारी बेटी को प्रसव पीड़ा होने लगी। हमलोगों ने झाझा रेफरल हॉस्पिटल ले गया। वहां एक अपोलो हॉस्पिटल के दलाल के द्वारा हमलोगों को समझाकर हॉस्पिटल ले जाया गया। मेरी बेटी की बड़ा ऑपरेशन हुआ, जच्चा-बच्चा स्वस्थ था। अचानक हॉस्पिटल के सुभाष बरनवाल ने कहा कि मरीज को खून चढ़ाने की जरूरत है। खुन चढ़ाने के एवज में आठ हजार रुपया ले लिया। खुन चढ़ाने लगा लेकिन मरीज की तबियत बिगड़ने लगी। फिर भी जैसे-तेसे खुन चढ़ा दिया। मरीज के शरीर में खुजली और दर्द के साथ ही वह बेहोश हो गई। तबियत बिगड़ गई। तब जाकर मरीज संचालक ने आनन-फानन में बिना पर्ची के ही दूसरे अस्पताल में ले जाने को कहने लगा।
यह भी देखें :
गलत तरीके से खून चढ़ाया तो चली गई प्रसूता की जान
परिजनों का कहना है कि डॉ. अभय सिंह भी जबाब दे दिया। देवघर के एक निजी क्लिनिक वाले भी जबाब दे दिया। देवघर के मृगांग सिंह के हॉस्पिटल में भर्ती कराया। डॉक्टर के टीम ने अथक प्रयास किया, परंतु मरीज को गलत तरीके से खून चढ़ाने के वजह से प्रसूता की जान चली गई। मृतका के पिता, माता एवं मामा ने शासन-प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है व अपोलो हॉस्पिटल पर कार्रवाई करने का मांग किया है। बताते चलें कि अपोलो हॉस्पिटल में मरीज की मौत हो जाने पर सौदा करते हैं एवं मामला रफा दफा करते रहते हैं। स्वास्थ विभाग जमुई जिला के पदाधिकारी जांच के नाम पर ठंडे बस्ते में मामला डाल देते हैं। इसलिए की लाइसेंस अपडेट नहीं रहने के बावजूद भी अपोलो हॉस्पिटल की तरह कितने हॉस्पिटल गैर तरीके से चल रहा है। जिम्मेदार कोन, यह समझने एवं जांचने का विषय है।
यह भी पढ़े : बदमाश हुए बेखौफ, दिनदहाड़े युवक पर कर दी अंधाधुंध फायरिंग, मौके पर मौत
ब्रह्मदेव प्रसाद यादव की रिपोर्ट