झारखंड में बिजली संकट गहराने की आशंका, 500 करोड़ रुपये की मांग पर निर्भर राज्य की बिजली आपूर्ति

झारखंड में बिजली संकट गहराने की आशंका, 500 करोड़ रुपये की मांग पर निर्भर राज्य की बिजली आपूर्ति

रांची: झारखंड में एक बार फिर से बिजली संकट गहराने की संभावना है। राज्य की विद्युत वितरण कंपनी जेवीवीएनएल को विभिन्न बिजली उत्पादक कंपनियों को लगभग 986 करोड़ रुपये का बकाया चुकाना है। अगर यह बकाया राशि 19 सितंबर तक नहीं चुकाई गई, तो राज्य में बिजली कटौती का संकट उत्पन्न हो सकता है। एनटीपीसी और डीवीसी जैसी कंपनियों ने चेतावनी दी है कि समय पर भुगतान न होने की स्थिति में बिजली आपूर्ति बंद की जा सकती है।

जेवीवीएनएल ने राज्य सरकार से 500 करोड़ रुपये की मांग की है ताकि बकाया राशि का भुगतान किया जा सके। एनटीपीसी पर 250 करोड़ और डीवीसी पर 165 करोड़ रुपये बकाया है। अगर समय पर यह बकाया नहीं चुकाया गया, तो राज्य में दुर्गा पूजा और दीपावली के दौरान बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है।

झारखंड में बिजली संकट :

झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम के कार्यकारी निदेशक, केके वर्मा ने आश्वासन दिया है कि कंपनियों को जल्द ही भुगतान किया जाएगा और राज्य सरकार से मदद की उम्मीद है। हालांकि, अगर समय पर भुगतान नहीं किया गया, तो राज्य में बिजली संकट गहरा सकता है।

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