रांचीः सरना धर्म कोड की मांग को लेकर देश-विदेश के आदिवासी मोरहाबादी मैदान में जुटने गए हैं। देश के बाहर से नेपाल, भूटान और तिब्बत के आदिवासी भी इस मांग को तेज करने के लिए मोरहाबादी मैदान पहुंच गए हैं। राष्ट्रीय सेंगल अभियान के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है।
इस कार्यक्रम के तहत अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने घोषणा की कि सरकार हमें सरना धर्म कोड दो और आदिवासियों का वोट लो। 15 नवंबर को राज्य में पीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम पर मुर्मू ने कहा कि पीएम जल्द से जल्द सरना धर्मकोड की घोषणा करें और आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका फायदा लें। इसके अलावा सालखन मुर्मू ने कुर्मी को आदिवासी बनाने का भी जोरदार विरोध किया है।
आदिवासी नेताओं को सुनाई खरी-खोटी
उन्होने कहा कि इससे आदिवासियों का हक मारा जाएगा। देश में हिंदू राष्ट्र और इस्लामिक राष्ट्र की तरह आदिवासियों का भी अपना राष्ट्र हो। भारतवर्ष के अंदर ही उसकी पहचान सुनिश्चित हो। इसके बाद सालखन मुर्मू ने राज्य भर के आदिवासी नेताओं को भी आड़े हाथों लिया है।
नेताओं पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी नेताओं ने ही आदिवासियों को धोखा दिया है। जनता ने उन्हें कितनी उम्मीदों के साथ चुनकर भेजा है कि वे आगे चलकर आदिवासियों के हित में काम करेंगे परंतु दुख की बात है कि सभी नेता बस अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं। मासूम आदिवासी जनता की किन्हीं को भी परवाह ही नहीं है।