डिजिटाइजेशन के युग में आदिवासी पीछे न रह जाएः अर्जुन मुंडा

KHARSANWA: बदलते समय के साथ आदिवासी समुदाय भी अपने को अपडेट करे. कम्प्यूटरीकरण और डिजिटाइजेशन के युग में आदिवासी समुदाय कहीं पीछे न हट जाए इस पर काम करने की जरुरत है. नये वर्ष के मौके पर सभी आदिवासियों के विकास के लिए कार्य करने का संकल्प लें. यह बातें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात करते हुए कही. इस मौके पर उन्होंने कहा कि खरसावां के शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लेते हुए आदिवासी समुदाय को आगे बढ़ने की प्रेरणा लेनी चाहिए.


खरसावां गोलीकांड के शहीदों को दी श्रद्धांजलि


आजादी के बाद सबसे पहले गोलीकांड को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी. 1 जनवरी 1948 में सरायकेला- खरसावां को उड़ीसा राज्य में शामिल करने के विरोध में आदिवासी नेता जयपाल सिंह ने खरसावां हाट मैदान में एक जनसभा बुलाई. इस दौरान पुलिसकर्मियों से कुछ विवाद होने के बाद गोलीकांड में कई लोगों की जान चली गई. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि, आज के दिन उन वीर शहीदों से प्रेरणा लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि, शहीद स्थल की पवित्रता बरकरार रखने के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा.

आदिवासियों के विकास के लिए कार्य करने का मिला मौका

जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री ने कहा कि

उन्हें देशभर के आदिवासियों के विकास के लिए

काम करने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि देश में

आदिवासी अपनी समृद्ध संस्कृति को बचाये रखते हुए

अपना जीवन-यापन कर रहे हैं. मंत्रालय की ओर

से उनके विकास के लिए कई योजनाएं बनाई गई है.

रिपोर्ट: शाहनवाज

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