रांची: रांची सिटी के एसपी शुभांशु जैन और इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह को उनकी जांच के उत्कृष्टता के लिए केंद्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गया है, जिसका आज शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की है।
इस वर्ष 2023 में देश भर के 140 पुलिसकर्मियों को यह सम्मान प्राप्त हुआ है, जिनमें से 22 महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। इनमें सीबीआई के 15, एनआईए के 12, उत्तर प्रदेश के 10, केरल और राजस्थान के 9-9, तमिलनाडु के 8, मध्य प्रदेश के 7, गुजरात के 6, झारखंड के 2 और बिहार के 4 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसके साथ ही, अन्य राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और संगठनों के पुलिसकर्मियों को भी सम्मानित किया गया है।
जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र में सन् 2022 की 21 जुलाई रात को नौ बजे पुलिस ने सविता रानी हेम्ब्रम (36), उनकी मां लखीया मुर्मू (60) और सविता की बेटी गीता हेम्ब्रम (13) की हत्या की खबर आई थी।
तीनों की हत्या धारदार हथियारों से की गई थी। सविता के पति कैलाश हेम्ब्रम की 14 साल पहले जादूगोड़ा मेला में उग्रवादियों ने हत्या कर दी थी। सविता को अनुकंपा पर नौकरी मिली थी और वह सविता एसपी कार्यालय के शिकायत कोषांग में काम कर रही थी। इस घटना के बाद, गोलमुरी थाना में मामला दर्ज करते हुए जमशेदपुर के तत्कालीन एएसपी शुभांशु जैन ने एसआईटी का गठन किया था।
सिटी एसपी विजय शंकर मामले की मॉनिटरिंग कर रहे थे। सीसीआर के डीएसपी, मुख्यालय टू डीएसपी, और कई थाना प्रभारियों को भी इस मामले में शामिल किया गया था। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ था कि महिला क्लर्क सविता महतो, उनकी बेटी गीता और मां लखिया मुर्मू की हत्या गियर लीवर से की गई थी।
सविता के घनिष्ठ आरक्षी चालक दोस्त राम चंद्र सिंह जमुदा (सोनारी कागलनगर निवासी) ने इस हत्या का आरोप स्वीकार किया था। जमुदा को शक था कि सविता उसके साथ किसी और से भी बात कर रही है, जिसके कारण उसने सविता को पहले मार डाला, फिर उसकी बेटी को और अंत में उसकी मां को मार डाला। इसके बाद जमुदा ने घर के दरवाजे को बाहर से ताले से बंद कर दिया और फरार हो गया।