UPPSC Protest : प्रयागराज में प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों और पुलिस में भिड़ंत, जबरदस्त हंगामा

UPPSC Protest : प्रयागराज में गुरूवार को प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों के नेताओं की धरपकड़ करती पुलिस।

डिजीटल डेस्क : UPPSC Protestप्रयागराज में प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों और पुलिस में भिड़ंत, जबरदस्त हंगामा। UPPSC (उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग) कैंपस के बाहर पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा को एक दिन, एक शिफ्ट में कराने की मांग कर रहे छात्रों पर गुरूवार की सुबह करीब 8 बजे हुई पुलिस कार्रवाई के बाद आंदोलन और उग्र हो गया है।

मौके से 4 छात्रों को हिरासत में लिए जाने से नाराज छात्र-छात्राओं का हुजूम आयोग पहुंचा और दो लेयर की बैरीकेडिंग को ध्वस्त करते हुए आगे बढ़े। इस क्रम में मौके पर मौजूद पुलिसबल और प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों में जबरदस्त हाथापाई और मारपीट की स्थिति बनी।

मौके पर अचानक हुए इस बवाल से अफरातफरी की स्थिति और भारी शोरगुल के बीच किसी की स्पष्ट आवाज नहीं सुनी जा सक रही।

आज सुबह 4 छात्र नेताओं की गिरफ्तारी पर भड़के प्रदर्शनकारी…

एक दिवसीय परीक्षा की बहाली और नार्मलाइजेशन को रद्द करने की मांग को लेकर उपयोगी छात्र सोमवार से आयोग के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार की सुबह हुए घटनाक्रम ने आंदोलन को और हवा दे दी है।

प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बलपूर्वक हस्तक्षेप किया, जिसमें सादी वर्दी में आए पुलिसकर्मियों ने आंदोलन का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता आशुतोष पांडे सहित कई अन्य छात्रों को हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई से प्रदर्शन स्थल पर अफरा-तफरी मच गई और छात्रों में गुस्सा फूट पड़ा।

छात्रों ने इसे अपहरण करार देते हुए आंदोलन को और तेज करने का ऐलान कर दिया है। चेतावनी दी है की उठाए गए छात्रों को यदि जल्दी नहीं छोड़ा गया तो प्रतियोगी छात्र अपने आंदोलन को और व्यापक स्तर पर ले जाएंगे।

प्रदर्शन कर रही छात्राओं से अभद्रता और प्रतियोगी छात्रों को हिरासत में लिए जाने की जानकारी मिलने पर हजारों की संख्या में छात्र फिर से आयोग के बाहर पहुंच गए।

प्रयागराज में परीक्षार्थियों के आंदोलन के दौरान झड़प से तनाव की स्थिति बनी।
UPPSC Protest : प्रयागराज में परीक्षार्थियों के आंदोलन के दौरान झड़प से तनाव की स्थिति बनी।

UPPSC Protest : आक्रोशित प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों ने 5 मिनटों में ही ध्वस्त कर दी पुलिस बैरीकेडिंग…

स्थिति बिगड़ने के मद्देनज़र आयोग की ओर जाने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर पूरी तरह बंद कर दिया है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए डीसीपी और एसीपी सहित कई अन्य उच्च अधिकारी भी मौके पर डट गए।

आयोग चौराहे पर दो स्तरीय बैरिकेडिंग लगाई पर यह प्रदर्शनकारी छात्रों के आक्रोश के आगे नहीं टिक पाई। पुलिसकर्मियों ने बैरिकेड को तोड़ने से रोकने के हर संभव प्रयास किए पर छात्रों की भीड़ इतनी थी कि 5 मिनट में ही वह बैरिकेड तोड़कर अंदर पहुंच गए।

प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि वे अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं और किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे। दूसरी ओर, बढ़ती भीड़ और प्रशासन के बीच के इस टकराव से तनावपूर्ण माहौल बन गया है।स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई।

प्रयागराज में उग्र प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों को रोकने में जुटी पुलिस।
UPPSC Protest : प्रयागराज में उग्र प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों को रोकने में जुटी पुलिस।

UPPSC Protest : सादे वेश में पहुंचे पुलिसकर्मियों पर छात्राओं से अभद्रता के आरोप, छात्राओं ने संभाला मोर्चा

गुरूवार की सुबह से ही पुलिस ने आयोग जाने वाले सभी रास्तों को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया था। मौके पर प्रतियोगी परीक्षार्थियों की भीड़ लगातार बढ़ती चली जा रही थी। इसी क्रम में सुबह करीब 8 बजे धरनास्थल पर अचानक पुलिस फोर्स कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों को घसीट कर ले गई। इनमें प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे आशुतोष पांडे शामिल थे।

उसी दौरान खींचतान में धरने पर बैठी कई छात्राएं चोटिल भी हो गईं। तमाम पुलिस कर्मी बिना वर्दी के थे। तभी खबर फैली कि कुछ पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी छात्राओं से के साथ भी अभद्रता कर दी है। फिर तो देखते ही देखते पुलिस और आंदोलनकारी के बीच टकराव के हालात बन गए।

छात्राओं का कहना है कि उनके साथ कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। छात्राओं के साथ अभद्रता भी हुई है। अब छात्राओं ने ही मोर्चा संभाल लिया है और धरने का खुद नेतृत्व कर रही हैं। प्रतियोगी छात्रों को रोकने के लिए सैकड़ो पुलिस कर्मी तैनात थे पर आक्रोशित प्रतियोगी छात्रों ने पुलिस की दो स्तरीय बैरिकेडिंग को तहस-नहस करते हुए फिर से आयोग पहुंच गए।

प्रयागराज में गुरूवार की सुबह प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों और पुलिस में झड़प के बाद मची अफरातफरी।
UPPSC Protest प्रयागराज में गुरूवार की सुबह प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों और पुलिस में झड़प के बाद मची अफरातफरी।
UPPSC Protest : मचे हंगामे और अचानक बिगड़े माहौल पर पुलिस का भी जाने पक्ष, अधिकारी ने दिया ये बयान…

आयोग कैंपस के बाहर मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। धरना स्थल के चारों तरफ बैरिकेडिंग और ज्यादा कर दी गई है। छात्र पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। प्रयागराज के डीसीपी अभिषेक भारती का कहना है कि –‘…छात्र राज्य पीएससी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे संवैधानिक तरीके से अपना विरोध जारी रखें और उनकी मांगों को अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा।

…गत बुधवार को असामाजिक तत्वों द्वारा सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। वे छात्र नहीं बल्कि असामाजिक तत्व हैं, जिनका आपराधिक इतिहास है।

…ऐसे असामाजिक तत्व विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बन रहे हैं और छात्रों को भड़का रहे हैं। उनकी पहचान की जा रही है और उनसे पूछताछ की जा रही है’।

प्रयागराज में उग्र प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों को रोकने में जुटी पुलिस।
UPPSC Protest : प्रयागराज में उग्र प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों को रोकने में जुटी पुलिस।
UPPSC Protest : एक दिन पहले अशांति फैलाने, बैरियर तोड़ने के मामले में सपा नेता समेत 3 को भेजा गया जेल…

एक दिन पहले बीते बुधवार को उप्र. लोकसेवा आयोग के बाहर चल रहे प्रदर्शन के दौरान सरकारी बैरियर, कोचिंग का बोर्ड तोड़ने व अशांति फैलाने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई। पुलिस ने सपा नेता समेत तीन लोगों को जेल भेज दिया। सपा नेता समेत दो पर एक दिन पहले दर्ज कराए गए मुकदमे जबकि एक अन्य आरोपी का शांतिभंग में चालान हुआ।

अज्ञात आरोपियों की पहचान के प्रयास जारी हैं। जेल भेजे गए आरोपियों में सपा लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय महासचिव राघवेंद्र यादव, अभिषेक शुक्ला व शशांक दुबे शामिल हैं। राघवेंद्र व अभिषेक सिविल लाइंस थाने में दर्ज मुकदमे में नामजद आरोपी हैं। बताया जा रहा है कि राघवेंद्र मूल रूप से जौनपुर व अभिषेक मिर्जापुर का रहने वाला है।

पुलिस का दावा है कि बीते मंगलवार को सरकारी बैरियर, कोचिंग का बोर्ड तोड़ने वालों में दोनों शामिल थे। उन्हें वीडियो फुटेज से चिह्नित किया गया है। सिविल लाइंस थाने में लोकसेवा आयोग चौकी प्रभारी कृष्णमुरारी चौरसिया की तहरीर पर कुल 12 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी। इनमें से दो नामजद जबकि शेष अज्ञात थे।

पुलिस अज्ञात आरोपियों को चिह्नित करने के लिए वीडियो फुटेज खंगालने में जुटी है। पुलिस के मुताबिक, जेल भेजा गया तीसरा आरोपी शशांक मूल रूप से करौरा, औरैया का रहने वाला है जो यहां रहकर खुद को प्रतियोगी छात्र बताता है। वह उन 10 लोगों में शामिल था जिन्हें मंगलवार को आंदोलन की आड़ में अशांति फैलाने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।

इनमें से नौ को तो एसीपी कोर्ट से जमानत दे दी गई लेकिन शशांक को जेल भेज दिया गया। आरोप यह भी है कि शशांक जबरन कोचिंग बंद कराने पहुंचा था और आयोग के पास भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा था।

डीसीपी सिटी आशीष भारती ने बताया कि – ‘…चौकी प्रभारी की ओर से एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि बीते मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे आयोग के गेट नंबर दो के सामने नगर निगम के खंभे पर लगा कोचिंग का बोर्ड कुछ अराजक तत्वों ने सरकारी लोहे के मोबाइल बैरियर पर चढ़कर तोड़ दिया। सरकारी बैरियर भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

UPPSC Protest :एक दिन पहले दर्ज मुकदमे के दो नामजद आरोपियों को जेल भेजा गया है। एक अन्य का शांतिभंग में चालान किया गया है जबकि शेष नौ को जमानत मिल गई है’।

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