काहे निकाल दिए – पवन सिंह को बीजेपी से निकालने पर एक व्यंग
काहे निकाल दिए जी घर से हम तो घर का सदस्य थे और घर के हेडमास्टर के समर्थक , चलो कोई बात नहीं जीतकर वापस घर आ जाएंगे, ठीक नहीं किया लेकिन .
पहिले तो ऐसा जगह से टिकट दिये जहां से बिहारी बाबू था विरोध में हम थोड़े जीतते वहां से अब हम सोचे कि हम ऐसा जगह से जंग लड़े जहां हम जीत जाएं, लेकिन तुम लोग धोखा दे दिया और घर से निकाल दिया है ना .
का समझता है हम नहीं जीतेंगे,जीतेंगे सुने हैं हमर विरोधी के समर्थन में हेडमास्टर को बुला रहे हैं.कुछो कर लो हम ही जीतेंगे. और वचन देते हैं जीतकर काराकाट लोकसभा सीट हेडमास्टर की झोली में डाल देंगे.
ई कौन है कुशवाहा.का किया है काराकाट सीट के लिए खाली हेडमास्टर के भरोसे जीतना चाहता है. हेडमास्टर का असली भक्त हम हैं. देख लेना जीतकर हम ही सीट हेडमास्टर को देंगे.
ई भोजपुरी स्टार अपने आप को तीसमार खां समझ रहा है. पूरा काराकाट लोकसभा क्षेत्र और कुशवाहा समाज हमर पक्ष में है.
उ स्टार होगा तो अपन घर का होगा. स्टार गिरि और राजनीति दोनों अलग होता है.देखिएगा एक बार हेडमास्टर को आने दीजिए. जीतेंगे तो हम ही. काहे निकाल दिए काहे निकाल दिए
उ भोजपुरी स्टार कुछो नहीं कर पाएगा. अभी हम लगल हैं. पूरा घर हमर समर्थन में है. हेडमास्टर और सहायक हेडमास्टर दोनों हमर समर्थन में है. देखते हैं कौन आता है हमसे लड़ने.