Wednesday, August 20, 2025

Related Posts

आखिर पाकुड़ के सब्जियों की विदेशों में क्यों है इतनी डिमांड

पाकुड़ः किसानों की मेहनत और आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत प्रशासन का सहयोग सब्जी की खेती के मामले में पाकुड़ को आत्मनिर्भर बना रहा है।

ये भी पढ़ें-शिक्षक बहाली और पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की उठी मांग

किसानों की मेहनत का ही नतीजा है कि जो सब्जी पहले स्थानीय बाजारों में बिक रही थी वही सब्जी अब विदेशों में रह रहे लोगों के रसोई घर में पाकुड़ की मिट्टी का सुगंध बिखेर रही है।

मलेशिया भेजे जा रहे किसानों के उपजाए गए कच्चू 

पाकुड़ में किसानों द्वारा उपजाए गए कच्चू मलेशिया भेजे जा रहे हैं। किसानों की ओर से पैदा किए गए 14 मीट्रिक टन कच्चू की पहली खेप कोलकाता के रास्ते विदेश भेजी जा रही है।

ये भी पढ़ें-PhonePay पर 1 रुपये डलवाकर पैसे उड़ा ले गए ठग 

इसे डीसी मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने हरी झंडी दिखाई है। इससे ना सिर्फ किसानों के चेहरे खिल उठे हैं बल्कि उनकी आमदनी में भी लगातार वृद्धि हो रही है।

134,000FansLike
23,800FollowersFollow
587FollowersFollow
587,000SubscribersSubscribe