मेदनीनगर: सरकारी नौकरी के लिए दौड़ लगाते समय तीन युवाओं की मौत हो गई, जबकि 80 से अधिक अभ्यर्थी बेहोश होकर गिर पड़े। यह घटना चियांकी हवाई अड्डे पर पिछले चार दिनों से चल रही उत्पाद सिपाही की दौड़ के दौरान घटी।
गुरुवार और शुक्रवार को दौड़ के दौरान बेहोश हुए अभ्यर्थियों में से तीन की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह रांची में इलाजरत अभ्यर्थी अरुण कुमार (छतरपुर, कौवल गांव) और गोड्डा के प्रदीप कुमार (ठाकुर गंगटी) की जान चली गई। इससे पहले गुरुवार को अमरेश कुमार (गया, बड़ेला) की मौत हो चुकी थी। इन सभी की मौत गर्मी और कठिन परिस्थितियों के कारण हुई, जब वे दौड़ के दौरान बेहोश हो गए थे।
अभ्यर्थियों का कहना है कि दौड़ के दौरान उन्हें अलकतरा वाली पट्टी पर दौड़ाया जा रहा था, जबकि बेहतर विकल्प के रूप में मिट्टी का मैदान उपलब्ध हो सकता था। गर्मी के मौसम और कठिन दौड़ की परिस्थितियों ने उनकी स्थिति को और खराब कर दिया।
इस बीच, मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज की बदइंतजामी की भी आलोचना की जा रही है। शुरू में अभ्यर्थियों का इलाज फर्श पर किया जा रहा था, लेकिन अस्पताल प्रशासन की आलोचना के बाद शुक्रवार को बेड की व्यवस्था की गई और बेहतर देखभाल शुरू की गई।
सामाजिक और स्वास्थ्य संगठनों ने इस घटना की गंभीरता को लेकर सवाल उठाए हैं और सरकार से बेहतर प्रबंध की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से बचा जा सके।