समस्तीपुरः बिहार में दीपावली के दिन से शुरु हुआ जहरीली शराब से मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा.
जब पूरे देश में सुख, शान्ति और समृद्धि की चाह में घी के दीये जलाए जा रहे थें.
ठीक उसी वक्त बेतिया और गोपालगंज में जहरीली शराब ने दो दर्जन लोगों की जिन्दगी लील ली.
अब तक दो दर्जन लोगों की मौत की पुष्टि सूबे की सरकार ने की है. जबकि दावे 33 मौत की है.
अभी यह मामला शान्त भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर से समस्तीपुर में चार लोगों की मौत जहरीली शराब पीने के कारण
हो गई.
पटोरी प्रखंड के रुपौली पंचायत में जहरीली शराब पीने से एक साथ चार लोगों की मौत हो गई.
इसके साथ ही आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से बीमार है.
जिनकी चिकित्सा निजी और सरकारी हस्पतालों में की जा रही है.
मृतकों में एक बीएसएफ और एक सेना का जवान भी शामिल है.
हालांकि, सूबे में जारी शराबबंदी के भय से परिजन शराब पीने की बात से इंकार कर रहे हैं.
जबकि, सदर अस्पताल का पोस्टमार्टम कर्मी नागेंद्र मल्लिक जहरीली शराब से मौत होने के अपने दावे पर अड़ा है.
दोनों ने शुक्रवार की देर शाम एक ही स्थान से शराब की खरीद की थी.
मृतकों में चकसीमा निवासी थल सेना का जवान 27 वर्षीय मोहन कुमार, बीएसएफ एसआई 53 वर्षीय विनय कुमार सिंह,
संग्रामपुर निवासी 50 वर्षीय श्री श्याम नंदन चौधरी और रुपौली निवासी 35 वर्षीय श्री वीरचंद्र राय का नाम शामिल है.
एक-एक कर करीब एक दर्जन लोगों की तबीयत बिगड़ने से रुपौली गांव में हड़कंप मच गया.
किसी को पेट में दर्द तो किसी को आंखों की रौशनी कम होने लगी.
एक साथ चार लोगों की मौत और आधा दर्जन के गंभीर रूप से बीमार पड़ने के बाद गांव में हड़कंप है.
रिपोर्टः सुनील कुमार