रांचीः जेपीएससी और विवाद एक दूसरे पर्यायवाची हैं.
हर बार जेपीएससी का रिजल्ट जारी होते ही एक नया विवाद सामने आ जाता है.
एक बार फिर से सातंवी से दसवीं तक के संयुक्त जेपीएससी का रिजल्ट जारी होते ही एक नया विवाद सामने आ गया.
दरअसल इस बार एक ही सीरीज के रौल नंबर वाले और एक ही रुम के परीक्षार्थी काफी संख्या में सफल रहे हैं.
परीक्षा फल सामने आते ही परीक्षार्थी एक बार फिर से आक्रोशित है.
परीक्षा परिणाम को संदेह की नजर से देख रहे हैं.
और रिजल्ट की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे है.
छात्रों का कहना है कि लोहरदगा, साहेबगंज और लातेहार में परीक्षा केंद्र मैनेज था.
छात्र फिर से जेपीएससी परीक्षा परिणाम के प्रकाशन की मांग कर रहे है
छात्रों ने परीक्षा परिणाम को महाघोटले से नवाजा
छात्र नेता देवेंद्र महतो ने कहा कि यह जेपीएससी परीक्षा परिणाम महा घोटाला है. इसकी उच्च स्तरीय जांच की जरूरत है.
छात्रों ने अपनी मांगों के समर्थन में जेपीएससी कार्यालय के बाहर हंगामा किया,
साथ ही साथ ही बापू वाटिका के पास धरना-प्रदर्शन किया.
छात्रों की मानें तो दीपावली के बाद व्यापक पैमाने पर जेपीएससी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.
बीजेपी ने की उच्च स्तरीय जांच की मांंग, एक ही सीरीज के कई परीक्षार्थियों ने पास की परीक्षा
बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने परीक्षा परिणाम पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जेपीएससी की पीटी परीक्षा में ऐसे कई उदाहरण हैं जब लगातार सीरियल नंबर के अनुसार विद्यार्थी सफल हुए हैं.
सीरियल नंबर 52342865 से 52342886 के बीच 18 विद्यार्थियों ने पीटी परीक्षा पास की है.
और शेष 3 विद्यार्थियों के बारे में बताया जा रहा है कि वह अनुपस्थित थें.
ऐसे अनेक दूसरे उदाहरण भी सामने आ रहे हैं.
यह कुछ जरुरत से ज्यादा इत्तेफाक लग रहा है.
सरकार को इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए.