रांची : लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ सोमवार से शुरू हो गया है.
पर्व की तैयारी भी अंतिम चरण में पहुंच गयी है. घाट की सफाई के साथ प्रसाद बनाने के लिए गेहूं चुनने और सुखाने का काम
भी शुरू हो गया है.
व्रतियों के घर से घाट तक उत्सवी माहौल है.
गली-मोहल्लों में छठी मइया के गीत गूंजने लगे हैं. माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो उठा है.
वहीं बाजारों में रौनक बढ़ गयी है. व्रत को लेकर खूब खरीदारी की जा रही है.
यह पर्व चार दिन तक मनाया जाता है. पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे और चौथे दिन क्रमशः अस्त होते और
उदय होते सूर्य को नदी या तालाब में खड़े होकर अर्घ्य देते हैं.
आज नहाय-खाय में क्या करें?
सुबह स्नान कर नई साड़ी या अन्य वस्त्र पहनें. महिलाएं माथे पर सिंदूर लगाकर साफ सफाई करें.
छठ के प्रसाद और पकवान के लिए मिट्टी लेपकर चूल्हा बनाएं या गैस चूल्हे को साफ करें.
कठिन व्रत की शुरुआत में आज आखिरी बार नमक खाएं. नहाय-खा य में चावल, भात बनेगा और सेंधा नमक से लौकी की सब्जी बनेगी.
घर के सभी लोग यही भोजन करेंगे. छठ का मुख्य प्रसाद ठेकुआ बनाया जाएगा.
छठ पूजा सामग्री
आज छठ पूजा का सामान जैसे टोकरी, सूप ,लोटा, फल, मिठाई, नरियल, गन्ना, सब्जी इकठ्ठा करें.
इसके अलावा दूध-जल के लिए एक ग्लास, शकरकंदी और सुथनी, पान, सुपारी और हल्दी, मूली और अदरक का हरा पौधा,
बड़ा मीठा नींबू, सेब , शरीफा, केला और नाशपाती, पानी वाला नारियल, मिठाई, गुड़, गेहूं, चावल और आटे से बना ठेकुआ, चावल,
सिंदूर, दीपक, शहद और धूप नए वस्त्र लेना ना भूलें.
छठ पूजा 2021 का कार्यक्रम
8 नवंबर 2021, सोमवार- (नहाय-खाय)
9 नवंबर 2021, मंगलवार-(खरना)
10 नवंबर 2021, बुधवार- (डूबते सूर्य को अर्घ्य)
11 नवंबर 2021, शुक्रवार- (उगते सूर्य को अर्घ्य)