डिजिटल डेस्क : तेज भूकंप से बैंकॉक और म्यांमार में मची तबाही, 15 की मौत और 43 लापता। तेज भूकंप के झटकों ने शुक्रवार दोपहर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक और म्यांमार में तबाही मचा दी है।
Highlights
दक्षिण-पूर्व एशिया में शुक्रवार को आए दो तेज भूकंप के झटकों से जमकर तबाही हुई। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में कई इमारतें हिल गईं। इस दौरान एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत देखते ही देखते धराशायी हो गई।
बैंकॉक में ऊंची-ऊंची छतों वाले पूलों से पानी बहकर सड़कों पर आ गया और कई इमारतों से मलबा गिरने लगा। इसके अलावा शहर के साथ-साथ पड़ोसी म्यांमार में भी लोग दहशत में देखे गए। भूकंप के तेज झटके से बैंकॉक के चटुचक में एक निर्माणाधीन बिल्डिंग जमींदोज हो गई है।
इस जमींदोज बिल्डिंग में 43 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है। लापता लोगों में अधिकांश मजदूर बताए जा रहे हैं। स्थानीय मीडिया का कहना है कि भूकंप की वजह से बैंकॉक में 15 लोगों की मौत हो गई है।
हजारों लोगों के मारे जाने की आशंका है लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि तत्काल नहीं हो पाई है।
भारत तक महसूस हुए भूकंप के ताजा झटके
म्यांमार में शुक्रवार की दोपहर आए एक के बाद एक भूकंप के दो तेज झटकों ने आसपास के कई देशों में दहशत फैलाई। पहला भूकंप सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आया, इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई।
इसके बाद दूसरा झटका दोपहर 12 बजकर दो मिनट पर आया। इसकी तीव्रता 7 मापी गई। भूकंप के झटके भारत, चीन और बांग्लादेश तक महसूस किए गए। प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने बताया कि दोपहर के भूकंप का केंद्र म्यांमार में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में था।

यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल के मुताबिक भूकंप का केंद्र म्यांमार के सांगाइंग के पास था। यहीं पर जमीन से 10 किमी नीचे 2 चट्टानें आपस में टकरा गई। इसके कारण भूकंप आया। कहा जा रहा है कि शक्तिशाली भूकंप के आने से कुछ घंटे पहले एक कम तीव्रता वाला भूकंप भी यहां पर महसूस किया गया था।
बैंकॉक में 1.7 करोड़ तो वहीं म्यांमार में 5 करोड़ लोग रहते हैं। म्यांमार के जिस इलाके में भूकंप का केंद्र था। वहां पर करीब 20 लाख लोग रहते हैं।

इस भूकंप की तबाही काफी लोगों के मरने का अंदेशा
बताया जा रहा है कि बैंकॉक के चटुचक में एक निर्माणाधीन बिल्डिंग भूकंप के तेज झटके को झेल नहीं पाया और देखते ही देखते ध्वस्त हो गया। वायरल वीडियो में बिल्डिंग के गिरने के बाद लोगों को भागते हुए देखा जा रहा है।
बीएनओ न्यूज ने यूनाइटेड स्टेट जियोलोजिकल सर्वे के हवाले से बताया है कि भूकंप के तेज झटके की वजह से थाईलैंड और म्यांमार में हजारों लोगों की मौत होने का अंदेशा है। दोनों ही देशों में भूकंप आने के बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू हो गया है।
बताया जा रहा है कि प्रशासन का पहला काम मलबा हटाना और हताहतों की संख्या का पता लगाना है। वहीं बैंकॉक से एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें मेट्रो के हिलते हुए देखा जा रहा है। भूकंप की वजह से मेट्रो स्टेशन के बाहर लोगों को भागते हुए देखा गया है।

पुष्ट खबरों के मुताबिक, म्यांमार में भूकंप की वजह से एक पुल ब्रेक हो गया है। यह पुल देश के दूसरे सबसे बड़े शहर सागाइंग टाउनशिप में स्थित था। बैंकॉक के आइकोनिक बिल्डिंग महानकोर्न को नाव की तरह डोलते हुए देखा गया है।
इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। भूकंप की वजह से बैंकॉक के रूफटॉप बिल्डिंग के पूल से नीचे पानी गिरने लगा। पानी गिरने की वजह से पूरी बिल्डिंग अस्त-व्यस्त हो गई है। थाईलैंड के आपदा निवारण विभाग ने कहा कि भूकंप देश के लगभग सभी इलाके में महसूस किया गया।
भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में था। राजधानी नेपीता में भूकंप से धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा। धार्मिक इमारतों के कुछ हिस्से जमीन पर गिर गए और कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हुए।
म्यांमार से नुकसान की रिपोर्ट अब तक उपलब्ध नहीं हो सकी है, क्योंकि वहां गृहयुद्ध चल रहा है।

नाव की तरह हिलीं बैंकॉक और म्यांमार के शहरों में बड़ी-बड़ी इमारतें
शुक्रवार को आए इसि भूकंप के तेज झटके की वजह से बैंकॉक और म्यांमार के शहरों में बड़ी-बड़ी इमारतें नाव की तरह हिलने लगी। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है। भूकंप इतना तेज था कि करीब 900 किलोमीटर दूर बैंकॉक में भी इसके झटके महसूस किए गए।
भूकंप की वजह से थाईलैंड और म्यांमार के पूलों से पानी बहने लगा। वहीं कई बिल्डिंग के नष्ट होने की बात कही गई है। वायरल वीडियो में लोग चीखते-चिल्लाते हुए सड़कों पर भाग रहे हैं। म्यांमार और थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप के तेज झटकों से दोनों देशों को कितना नुकसान हुआ है, उसकी जानकारी अभी तक नहीं आई है।
लोगों को हताहत से बचने के लिए सड़कों पर ही रहने के लिए कहा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.7 थी। बताया जा रहा है कि दोनों ही देशों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं।

भूकंप आने पर इमारतों में अलार्म बजने लगे और घबराए हुए निवासियों को घनी आबादी वाले सेंट्रल बैंकॉक में ऊंची इमारतों वाले कॉन्डोमिनियम और होटलों की सीढ़ियों से नीचे उतारा गया।
थाईलैंड के आपदा निवारण विभाग ने कहा कि भूकंप देश के लगभग सभी इलाके में महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में था। राजधानी नेपीता में भूकंप से धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा।
धार्मिक इमारतों के कुछ हिस्से जमीन पर गिर गए और कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हुए। प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई है। ग्रेटर बैंकॉक इलाके में 1.7 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। यहां कई ऊंची इमारते हैं।