बिजली संकट पर बोले ऊर्जा मंत्री- देश में नहीं है कोयले की कमी, नहीं आयेगा कोई संकट

3 राज्यों के 20 थर्मल पावर स्टेशन बंद

नई दिल्ली : भारत में इन दिनों कोयला संकट पर भारी कोहराम मचा है. इसकी वजह देश के ऊर्जा संयत्रों के पास कोयला का स्टॉक कम हो गया है. कोयले की कमी से देश में बड़े बिजली संकट की बात भी कही जा रही है. पंजाब में तीन, केरल में चार और महाराष्ट्र में 13 थर्मल पावर स्टेशन बंद हो चुके हैं. सभी कोयले की कमी के कारण बंद हुए हैं. झारखंड में भी कोयला संकट का असर दिखने लगा है. राजधानी रांची सहित कई जिलों में भी कोयले की कमी के कारण बिजली की कटौती हो रही है. राज्य में प्रतिदिन कई घंटे बिजली गुल हो रही है.

करोड़ों लोगों पर अंधेरे में रहने का मंडरा रहा संकट

कोयले की कमी होने के कारण भारत के करोड़ों लोगों पर भी अंधेरे में रहने का संकट मंडरा रहा है. जून में पावर प्लांट्स में 17 दिनों का कोयले का स्टॉक मौजूद था. जबकि अक्टूबर में कोयले से चलने वाले पावर प्लांट्स के पास सिर्फ 4 दिन का कोयले का स्टॉक है. लेकिन केंद्र सरकार कह रही है कि कोयले का कोई संकट नहीं है, देश में बिजली की कोई किल्लत नहीं आने वाली है.

संभावित बिजली संकट के डर से, कर्नाटक और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से अपने राज्यों में कोयले की आपूर्ति बढ़ाने का अनुरोध किया है. महाराष्ट्र के ऊर्जा विभाग ने नागरिकों से बिजली बचाने का आग्रह किया है. केरल सरकार ने भी चेतावनी दी है कि उन्हें लोड-शेडिंग का सहारा लेना पड़ सकता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया ताकि कोयले और गैस को बिजली की आपूर्ति करने वाले संयंत्रों की तरफ मोड़ा जा सके.

देश में नहीं है कोयले की कमी- ऊर्जा मंत्री

केंद्रीय उर्जा मंत्री ने कहा कि ना तो देश में कोयले की कमी है और ना ही बिजली संकट आने वाला है. ऊर्जा मंत्री ने कहा, आज की तारीख में 4 दिन से ज्यादा का स्टॉक है, कल 1.8 मिलीयन टन की ज़रूरत थी उससे ज्यादा का स्टॉक मिला, अभी 4 दिनों का स्टॉक है और धीरे धीरे बढ़ रहा है. 4 दिन का मतलब नहीं है कि 4 दिन बाद खत्म हो जाएगा. 4 दिन में और स्टॉक आएगा और ये बढ़ जाएगा. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री के मुताबिक कुछ महीनों पहले तक स्टॉक 17 दिनों का था लेकिन मॉनसून के मौसम की वजह से कोयला खदानों में पानी भर गया और ट्रेनों की आवाजाही में दिक्कत हुई जिसकी वजह से स्टॉक में कमी आई. पर अब हालात सामान्य हो रहे हैं और जल्द ही स्थिति पहले जैसी होगी.

पावर प्लांट में कितना कोयला बचा ?

देश में पैदा होने वाली 70 फीसदी बिजली थर्मल पावर प्लांट से आती है, 135 पावर प्लांट कोयले से चलते हैं, इनमें से 7 अक्टूबर 2021 तक के आंकड़ों की बात करें तो 3 पावर प्लांट में 3 दिन से भी कम का कोयला बचा है. 69 प्लांट्स में 4 दिन से भी कम का कोयला बचा है. 13 प्लांट्स में 5 दिन से कम का कोयला बचा है. 23 प्लांट्स में 7 दिने से भी कम का कोयला बचा है.

ऊर्जा मंत्री को मिला कोयला मंत्री का साथ

उर्जा मंत्री की बातों को सही साबित करने के लिए उनके समर्थन में केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी भी सामने आए. जोशी ने ट्वीट करके कोयला उत्पादन का हिसाब बताया. प्रह्लाद जोशी ने अपने ट्वीट में लिखा, कोल इंडिया ने अब तक सबसे अधिक कोयला उत्पादन एवं आपूर्ति की है, इस वर्ष 263 एमटी कोयला उत्पादन के साथ सीआईएल ने पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, साथ ही, 323 एमटी के साथ गत वर्ष से 9 प्रतिशत अधिक कोल ऑफ-टेक किया है.

Trending News

Social Media

157,000FansLike
27,200FollowersFollow
628FollowersFollow
679,000SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img