Ranchi : कांके में बनेगा 200 बेड वाला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने रखी आधारशिला…

Ranchi : केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कांके में 200 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला रखी

Ranchi : केंद्रीय कोयला एवं खनन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कांके, रांची स्थित रिनपास के समीप 200 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला रखी। यह अस्पताल कार्डियोलॉजी, पल्मोनोलॉजी और न्यूरोलॉजी जैसी अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं से युक्त होगा। इस परियोजना का उद्देश्य झारखंड और आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।

इस अवसर पर रांची के सांसद एवं रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, राज्यसभा सांसद आदित्य प्रसाद, राज्यसभा सांसद  महुआ माजी, कांके विधायक सुरेश कुमार बैठा, छात्र के पूर्व सांसद सुनील सिंह ,कोयला मंत्रालय के सचिव विक्रम देव दत्त, अतिरिक्त सचिव कोयला विस्मिता तेज, कोयला मंत्री के निजी सचिव बक्की कार्तिकेयन, अतिरिक्त निजी सचिव ए. वेंकटेश्वर रेड्डी, कोल इंडिया के चेयरमैन पी.एम. प्रसाद, CCL के सीएमडी निलेंदु कुमार सिंह, CMPDIL के सीएमडी मनोज कुमार, CCL के निदेशक (वित्त) पवन कुमार मिश्रा, निदेशक (कार्मिक) हर्ष नाथ मिश्र, निदेशक (तकनीकी/संचालन) हरीश दूहन, मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) पंकज कुमार और श्रमिक संघ के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

माननीय मंत्री ने कहा किझारखंड और पूरे देश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए यह अस्पताल एक मील का पत्थर साबित होगा। केंद्र सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में आम जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए लगातार प्रयासरत है। यह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल कोयला क्षेत्र के विकास और क्षेत्रीय सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होने कहा कि इस सपटल के पूर्ण हो जाने पर इसका उदघाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हाथों करने का प्रयास करेंगे ।

Ranchi : हॉस्पिटल की मुख्य विशेषताएं

• क्षमता: 200 बिस्तर।
• स्थान: रिनपास के समीप, कांके, रांची।
• परियोजना लागत: ₹300 करोड़ (निर्माण, उपकरण और फर्निशिंग)।
• परियोजना अवधि: निर्माण कार्य जून 2025 से प्रारंभ होकर दो वर्षों में पूरा होगा।
• संचालन और प्रबंधन: डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर वैद्यकीय प्रतिष्ठान (BAVP), एक गैर-लाभकारी संगठन।
• परियोजना समर्थन अवधि: 6 वर्षों तक CCL द्वारा वित्तीय सहायता (VGF) प्रदान की जाएगी।
• भूमि का क्षेत्रफल: 5.5 एकड़, जो झारखंड सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई है।
माननीय मंत्री ने हॉस्पिटल की महत्ता को रेखांकित करते हुए इसे क्षेत्र के नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

भारतीय कोयला खान संस्थान (IICM) का दौरा और युवा अधिकारियों को संबोधन

आधारशिला समारोह के उपरांत, माननीय मंत्री ने भारतीय कोयला खान संस्थान (IICM) का दौरा किया, जहां उन्होंने युवा प्रबंधन प्रशिक्षुओं और “ज्योति कार्यक्रम” के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रही सभी महिला प्रतिभागियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “देश के विकास में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए हमें महिलाओं को सशक्त बनाना और उनके योगदान को मान्यता देना आवश्यक है।”
उन्होंने युवा पेशेवरों को यह संदेश दिया कि वे अपने कार्य को केवल एक रोजगार के रूप में न देखें, बल्कि इसे देश सेवा के एक अवसर के रूप में अपनाएं। उन्होंने युवाओं को अपने कार्यक्षेत्र में नई सोच और नवाचार को शामिल करने का भी आह्वान किया। माननीय मंत्री श्री रेड्डी ने इस अवसर पर पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया ।

अन्य गणमान्य व्यक्तियों का संबोधन:

कोयला मंत्रालय के सचिव श्री विक्रम देव दत्त ने महिलाओं की भूमिका कोयला उद्योग में सशक्त बनाने और नवाचार को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कोयला क्षेत्र में नई तकनीकों को अपनाना और उनके साथ तालमेल बिठाना समय की मांग है।
अतिरिक्त सचिव कोयला, श्रीमती विस्मिता तेज ने महिला प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए उनके योगदान को कोयला क्षेत्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया।

कोल इंडिया के चेयरमैन,  पी.एम. प्रसाद ने भी सभा को संबोधित करते हुए भारतीय कोयला खान संस्थान (IICM) की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “IICM कोयला क्षेत्र के युवाओं को उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करने और उन्हें नेतृत्व के लिए तैयार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।”

महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत:

यह आयोजन न केवल कोयला क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को रेखांकित करता है, बल्कि उन्हें नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित भी करता है। IICM के इस पहल और माननीय मंत्री के संदेश से युवा प्रतिभागियों को अपने कार्यक्षेत्र में सर्वोत्तम योगदान देने की प्रेरणा मिली।

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