मधेपुरा : मधेपुरा में हत्या ओर लूट पर अंकुश नहीं लग रहा है। लगातार पुलिस प्रशासन को अपराधियों द्वारा खुलेआम चुनौती दिया जा रहा है। मधेपुरा में हत्या ओर लूट की घटना आम बात हो गई है। मधेपुरा में कभी भी हत्या ओर कभी भी लूट हो जाती है लेकिन पुलिस मामले कि जांच में लगातार जुटी रहती है। एसे ही ताजा मामला मधेपुरा सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत सकरपुरा गांव वार्ड नंबर-5 में रविवार की देर रात एक ही परिवार कि एक महिला समेत तीन लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतकों कि पहचान सूर्य नारायण शाह (60 वर्ष), प्रदुमन साह (30 वर्ष) ओर पत्नी अनीता देवी (50 वर्ष) के रूप में हुई है। इस हत्या कि घटना के बाद गांव सहित आसपास के इलाकों में भय का माहौल व्याप्त है। इस दौरान घटना कि सुचना मिलते ही मधेपुरा जिले के वरिय अधिकारियों में एसपी राजेश कुमार और डीएसपी प्रवेंद्र भारती सहित दर्जनों पुलिसबल सभी बिंदुओं पर मामले के तफ्तीश में जुट गए हैं।
इस संबंध में स्थानीय लोग बताते हैं कि सूर्य नारायण शाह का अपने ही बड़े भाई रामनारायण शाह से कई वर्षों से जमीन विवाद चल रहा था। इसको लेकर दोनों पक्षों में कई बार मारपीट की घटना में हुई थी। जमीन विवाद का मामला कोर्ट में भी चल रहा है। चोंकाने वाली बात यह है कि मृतक सूर्यनारायण शाह को दो बेटे थे। बड़े बेटे सुशील कुमार उर्फ रमन की दो शादियां थी। उसकी पहली पत्नी इसको छोड़कर दूसरी शादी रचा ली। वहीं छोटे बेटे प्रद्युम्न की तीन शादियां थी। पति-पत्नी में अक्सर मारपीट हुआ करता था। घरेलू कलह के कारण पहली दो पत्नी इनको छोड़ कर चली गई थी। इसके बाद इन्होंने पांच माह पूर्व तीसरी शादी की थी। जिसको इन्होंने एक सप्ताह पूर्व मायके के पहुंचा दिया था।
मृतक सूर्यनारायण साह की छोटी बेटी रेणु कुमारी ने बताया कि उनके पिता से उनके बड़े पापा रामनाराण साह को जमीन विवाद चल रहा था। उनके परिवार के कोई भी लोग हत्या के बाद देखने के लिए भी नहीं आए। फिलहाल पुलिस ने तीनों मृतक के शव को ट्रैक्टर से पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा सदर अस्पताल भेज दिया है। मौके पर मधेपुरा एसपी राजेश कुमार ने घटना के संबंध में बताया कि दो मामले सामने आ रहे हैं। एक सूर्य नारायण साह ओर उनके गोतिया से जमीन विवाद चल रहा था। साथ ही परिवारीक विवाद भी होने कि संभावना है। इस दौरान डॉग को भी मंगवाया जाएगा सभी बिंदुओं पर अनुसंधान किया जा रहा है जल्द ही खुलासा कर दी जाएगी।
रमण कुमार की रिपोर्ट