सड़क पर उतरे सैकड़ों किसान, मजदूर, छात्र व नौजवान
आरा : तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करो, प्रस्तावित बिजली विधेयक वापस लो, देश के संसाधनों-प्रतिष्ठानों को बेचना बन्द करो, मंहगाई पर लगाम लगाओ नारे के साथ भोजपुर के विभिन्न्न जगहों पर सुबह से ही भारत बंद का असर दिखा. आरा में एनएच-30 को बस पड़ाव के पास सुबह 7 बजे से ही सैकड़ो की संख्या में किसान, मजदूर, छात्र, नौजवानों ने जाम किया. इसका नेतृत्व भाकपा-माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य व अगिआंव विधायक मनोज मंज़िल, भाकपा-माले केंद्रीय कमिटी सदस्य व किसान नेता राजू यादव, अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष व तरारी विधायक सुदामा प्रसाद, राज्य कमिटी सदस्य कयामुद्दीन अंसारी, आइसा राज्य सचिव सबीर कुमार, इनौस जिला संयोजक शिव प्रकाश रंजन, अगिआंव प्रखंड सचिव रघुवर पासवान, ऐपवा जिला अध्यक्ष नीलम कुंवर, आइसा जिला सचिव विकास कुमार, अध्यक्ष सुशील कुमार यादव, गड़हनी प्रखंड सचिव छपित राम, राजनाथ राम, शिवमंगल यादव, निरंजन केशरी, अजय कुमार गांधी मौजूद रहे.
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पटना मुख्यमार्ग को गीधा में जाम कर दिया गया. जिसका नेतृत्व कोइलवर प्रभारी नंदजी, युवा नेता विशाल कुमार, लालन यादव, भोला यादव, संजीत यादव, भूषण पासवान, ददन प्रसाद ने किया. अरवल पुल को सुबह 7 बजे से ही जाम कर सैकड़ो किसान अपने मंगों के समर्थन में नारे लगाये. जिसका नेतृत्व प्रखंड सचिव उपेंद्र भारती, किसान नेता मदन सिंह, रामकिशोर राय, रामदत्त राम, गणेश ठाकुर, मुन्ना सिंह कुशवाहा, नागेंद्र यादव, बिहार साव, कृष्णा सिंह सहित कई नेता कर रहे थे.
सासाराम मुख्य मार्ग को सुबह 8 बजे से ही जाम कर सड़क पर ही धरना दिया गया. जिसका नेतृत्व राज्य कमिटी सदस्त व पीरो सचिव संजय सिंह, राज्य कमिटी सदस्य व तरारी सचिव रमेश सिंह, अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव चंद्रदीप सिंह, मनीर आलम, दुदुं सिंह, कमता प्रसाद, कृष्णा कुमार गुप्ता, राजेन्द्र यादव, जमाल अशरफ कर रहें हैं. जगदीशपुर में आरा-मोहनीय मुख्य मार्ग पर नयकाटोला मोड़ पर सुबह से ही सड़क जाम किया गया है जिसका नेतृत्व प्रखंड सचिव कमलेश यादव, बिहुयां-शाहपुर प्रभारी हरेंद्र सिंह, विजय ओझा, किसान नेता बिनोद कुशवाहा, विष्णु ठाकुर, रामईश्वर साह, शाहनवाज आलम, कमलेश यादव सहित कई लोगों ने किया.
‘‘तीनों काला कानून वापस ले केंद्र सरकार’’

भागलपुर : भागलपुर में भारत बंद को लेकर आज महागठबंधन के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और स्टेशन चौक पर केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. दरअसल कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर आज किसानों का भारत बंद था इसको लेकर महागठबंधन और विपक्षी दलों ने इस बंद का समर्थन किया है. भागलपुर में राजद चक्रपाणी हिमांशु के नेतृत्व में शहर के रेलवे स्टेशन चौक पर नारेबाजी व जाम किया गया. वहीं कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, एआईडीडब्लूए, सीपीआईएम, एआईकेएस कार्यकर्ताओं के द्वारा स्टेशन चौक पर एकजुट होकर नारेबाजी की. वहीं जाम के कारण रेलवे स्टेशन व अन्य लोगों को आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बंद समर्थकों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा की जा रही मनमानी नहीं चलेगी. ये तीनों काला कृषि कानून लाया है जो किसानों के हित में नहीं है. केंद्र सरकार तीनों काला कानून वापस अविलंब ले.
बाढ़ में नहीं दिखा भारत बंद का असर, सामान्य रहा जनजीवन

बाढ़ : कृषि कानून के विरोध में और किसान आंदोलन के समर्थन में 27 सितंबर को आहूत भारत बंद का बाढ़ में कोई दमदार असर नहीं दिखा. आम दिनों की तरह सोमवार को भी शहर में जनजीवन सामान्य देखे गए. सुबह से ही सभी तरह के वाहनों का आवाजाही जारी रहा. अधिकांश दुकानें खुली रही. 10ः00 बजे के बाद कुछ बंद समर्थक सड़क पर देखे गए. राजद और वाम दलों ने जहां कुछ समय के लिए बाढ़ के कचहरी चौक पर एनएच-31 को अवरुद्ध कर सरकार विरोधी नारे लगाए गए. वहीं सदर अस्पताल चौक पर जन अधिकार पार्टी के द्वारा कुछ देर के लिए एनएच-31 को बाधित किया गया, और सरकार विरोधी नारे लगाए गए. भारत बंद का असर सुदूर टाल क्षेत्र के बेलछी प्रखंड में देखने को मिला. जहां वाम दल नेता नंदलाल दास के नेतृत्व में बेलछी-बिंद मार्ग को घंटों जाम कर सरकार विरोधी नारे लगाए गए.
नरकटियागंज में दिखा भारत बंद का असर, महागठबंधन के नेताओं ने दुकानों को कराया बंद

नरकटियागंज : नरकटियागंज में भारत बंद को सफल बनाने को लेकर महागठबंधन के सभी नेताओं ने मुख्य सड़क को अवरोध करते हुए दुकानों व बैंकों को बंद करने की अपील की. भाकपा माले द्वारा सड़क जाम किया गया. किसान विरोधी तीनों कानून को रद्द करने, महंगाई वापस लेने की मांग को लेकर सड़क जाम किया गया. अखिल भारतीय किसान सभा, संघर्ष समन्यव समिति के आह्वान पर भारत बंद किया गया. माले व अखिल भारतीय किसान महासभा ने भारत बंद को सफल बनाया. इस दौरान भाकपा माले, राजद, कांग्रेस के साथ अन्य विपक्ष की भारत बंद किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने, वापस लेने और मंहगाई पर रोक लगाने की मांग की.
मोकामा और घोसवरी में भारत बंद का दिखा मिला-जुला असर

मोकामा : कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों के आह्वान पर आहूत राष्ट्र व्यापी बंद का मोकामा और घोसवरी में मिला-जुला असर दिखा. इस बंद के दौरान घोसवरी में प्रखंड राजद अध्यक्ष प्रहलाद राम के नेतृत्व में सरमेरा मार्ग जाम कर क़ृषि क़ानून को वापस करने की मांग की गयी. तेजस्वी यादव जिन्दाबाद की नारेबाजी के बीच राजद कार्यकर्ताओं ने केंद्र से तत्काल किसान विरोधी बिल वापस करने की आवाज बुलंद की. राजद कार्यकर्ताओं ने मांग पूरी होने तक आंदोलन को धारदार बनाने का भी एलान किया.