रांची : पूजा सिंघल- ईडी की कार्रवाई अभी भी झारखंड में चल रही है. अब ईडी ने 1000 करोड़ के अवैध माइनिंग मामले में साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव से पूछताछ की है. ईडी ने करीब सात घंटे तक डीसी से पूछताछ की. उन्हें ईडी ने समन भेजा था और सोमवार को हाजिर होने के लिए कहा था. इस समन के बाद डीसी समय से प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंच गए थे. बता दें कि ईडी का एक्शन मई 2022 में पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी से शुरू हुआ था जो कि अबतक लगातार चल रहा है.
डीएमओ विभूति कुमार के बयान पर ईडी ने डीसी से की पूछताछ
इस मामले में साहिबगंज के डीएमओ विभूति कुमार से भी ईडी ने पूर्व में पूछताछ की थी. विभूति कुमार ने ईडी को दिए बयान में कबूल किया था कि अवैध खनन की राशि से अर्जित उन्होंने पूजा सिंघल के करीबी सीए सुमन कुमार को दिया था. हालांकि ईडी को अंदेशा है कि 25 लाख से अधिक रुपए विभूति कुमार ने सुमन कुमार को भेजे थे. जिसका जिक्र सीए सुमन कुमार के डायरी में हुआ था.
ईडी ने कुछ महीनों पहले विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि माइन मिनरल का 2020 से 2022 के बीच 1000 करोड़ की अवैध माइनिंग साहेबगंज और उसके आस पास से हुई है. ये माइनिंग पंकज मिश्रा विधायक प्रतिनिधि हेमंत सोरेन के संरक्षण में हुई है.
पंकज मिश्रा पर भी उठ रहे सवाल
पंकज मिश्रा को डीसी साहिबगंज का करीबी बताया जाता है. जांच में पाया गया कि पंकज मिश्रा ने जिला प्रशासन को फोन कॉल्स भी किए था. यह कॉल उन्होंने तब ज्यादा किए जब अवैध माल की धुलाई कर रहा वाहन गंगा में जा गिरा था और दुर्घटना हो गई थी.
पूजा सिंघल: CM हेमंत सोरेन से भी हुई थी पूछताछ
इसी मामले में जब सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ हुई थी तब उन्होंने इस पूछताथ पर सवाल खड़े किए थे और उन्होंने कहा था कि माइनर मिनरल का जिम्मा जिला प्रशासन का है, तो उनसे क्यों पूछताछ हो रही है? अगर कोई घोटाला हुआ था तो उसको पकड़ना जिला प्रशासन या अधिकारी का काम है. उन्होंने किसी से या किसी को गड़बड़ होने पर एक्शन लेने से कब मना किया है. तभी से अवैध माइनिंग मामले में ब्यूरोक्रेट्स से पूछताछ की जा रही है.
रिपोर्ट: करिश्मा सिन्हा