रांचीः आने वाले पर्व-त्यौहार को लेकर सुरक्षा दृष्टि से व्यापक तैयारी की गई है। इसकी तैयारी की समीक्षा मुख्यमंत्री के स्तर पर भी की गई है और दिशा निर्देश सभी जिलों के डीसी और एसपी को दिया गया है। खासकर दुर्गा पूजा को लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से विशेष निर्देश दिए गए है। झारखंड पुलिस के आईजी अभियान ए वी होमकर ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर की गई तैयारी की पूरी जानकारी साझा की।
आईजी होमकर ने बताया कि क्राउड कंट्रोल के लिए कई निर्देश दिए गए हैं। जो सेंसिटिव जिले हैं। उन्हें चिन्हित करते हुए विशेष शाखा की ओर से जो भी सूचनाओं आ रही है और संभावना है उसको लेकर सभी जिलों के साथ शेयर किया गया है। साथ ही पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिलों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है और खासकर संवेदनशील इलाकों और भीड़भाड़ वाले इलाके में पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता के अनुसार बालों की प्रतिनियुक्ति पुलिस मुख्यालय के द्वारा की गई है।
इसके साथ ही अन्य बालों के लिए भी अग्रतार कार्रवाई प्रतिनियुक्ति के लिए की जा रही है। सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए गए हैं कि जो भी सेंसिटिव पॉइंट है उसे आईडेंटिफाई कर लें। साथ-साथ उन क्षेत्रों में बलों के प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करते हुए सीनियर ऑफिसर्स और पुलिस पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति से सुनिश्चित करेंगे।
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस पर दिया गया है विशेष जोर
इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस पर विशेष जोर दिया गया है। सभी को यह निर्देश दिया गया है कि सीसीटीवी सर्विलेंस की व्यवस्था करे। वीडियोग्राफी की व्यवस्था के साथ ही कोई भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस,फायर ब्रिगेड कई लोकेशन पर तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। एनडीआरएफ को भी तैयार रखने का निर्देश है। वैसे सामाजिक तत्व जो शांति व्यवस्था को भंग करते हैं और पहले उनके द्वारा ऐसा किया गया है। उन्हें चिन्हित करते हुए प्रीवेंटिव एक्शन करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। वैसे लोगों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कार्रवाई सभी जिलों में किया जा रहे हैं।
विसर्जन स्थलों पर रेस्क्यू टीम और गोताखोरों की टीम रहेगी तैनात
आईजी होमकर ने बताया कि सभी जिलों के द्वारा शांति समिति की बैठक भी की गई है। जिला स्तरीय और थाना स्तरीय शांति समिति की बैठक में जो भी मामले सामने आ रहे हैं। उन समस्याओं को सुलझाने के लिए कदम उठाए गए हैं। जो जुलूस विसर्जन के समय निकलती है। उसके लिए विशेष रूप से तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। जुलूस जिस मार्ग से निकलेगी। उसका सत्यापन और फिजिकल वेरिफिकेशन करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही ब्लाइंड स्पॉट जहां अंधेरा होता है। वह प्रकाश की व्यवस्था रखना, उन क्षेत्रों में फिजिकल जांच करना समेत अन्य निर्देश दिए गए हैं। जो भी तालाब और जलाशय हैं। जहां विसर्जन होता है। वहां पर विशेष रूप से रेस्क्यू टीम और गोताखोरों की टीम तैनात करने का निर्देश दिया गया है। पूरे रूट की वीडियोग्राफी और सीसीटीवी सर्विलेंस की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सेंसिटिव एरिया में अधिक संख्या में तैयनात रहेंगे सुरक्षा बल
साथ ही जो भी सुरक्षा बल है। उनकी तैयारी आकस्मिक घटना से निपटने के लिए या विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है। उससे निपटाने के लिए सभी जिले के एसपी को तैयारी का निर्देश दिया गया है कि जो भी इक्विपमेंट इसे कंट्रोल करने के लिए है। उसे तैयारी हालत में रखें। बलों को तैयारी हालत में रखें। साथ ही सभी थाना प्रभारी और पुलिस पदाधिकारी जो ग्राउंड पर रहते हैं। उनके साथ पर्याप्त मात्रा में बाल की तैनाती करने के निर्देश दिए गए हैं। जो पंडाल हैं उनको भी ग्रेडिंग कराया गया है। जो सेंसिटिव पंडाल है या जहां ज्यादा भीड़ होती है और जो अन्य पंडाल है। वैसे पंडालाे में भी फोर्सज की तैनाती है। उसके संबंध में व्यापक निर्देश दिए गए हैं और बताया गया है कि प्रत्येक पंडाल में प्रशासन और पुलिस का प्रतिनिधि होना चाहिए। बड़े पंडाल के पास निश्चित रूप से ज्यादा संख्या में तैनाती की जाएगी। छोटे पंडाल में भी किसी न किसी रूप में प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती होनी चाहिए। ताकि किसी भी तरह की परेशानी हो और सूचना हो तो उसका समाधान किया जा सके।
स्पेशल ब्रांच को दिए गए हैं विशेष निर्देश
उन्होंने बताया कि स्पेशल ब्रांच को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि सादे लिबास में भी लोगों को रखें। ताकि सारी गतिविधि को देख सके। क्राउड मैनेजमेंट सबसे बड़ा चैलेंज होता है। इसके लिए विशेष रूप से ट्रैफिक कंट्रोल के लिए जो ट्रैफिक से संबंधित प्लान होते हैं। उसे बनाकर समय से पहले लोगों को अवगत कराने का निर्देश दिया गया है। ऐसे लोकेशन जहां पर ज्यादा भीड़ होते हैं। वहां पर क्राउड कंट्रोल के लिए जरूरी कदम और डायवर्सन की जरूरत है उस संबंध में भी सभी को निर्देश दिए गए हैं। कुल मिलाकर पूरी तैयारी प्रशासन के द्वारा की गई है। मुख्यमंत्री के द्वारा और सभी राज्य स्तरीय वरीय पुलिस पदाधिकारी के द्वारा सभी जिलों के एसपी, डीसी और डीआईजी के साथ व्यापक समीक्षा करके तैयारी की गई है और पूरी तरह से प्रशासन तैयार है।
सोशल मीडिया पर अफवाह ना फैलाने की अपील की
साथ ही लोगों से अपील की गई है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें। अगर सोशल मीडिया के माध्यम से कोई सामाजिक तत्व अफवाह फैलता है। तो वैसे व्यक्तियों को चिन्हित करके कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसका निर्देश सभी एसपी को दिया गया है। अपील यही है कि आने वाले दिनों में पर्व त्यौहार है और खुशी का माहौल है। सभी लोग प्रशासन का सहयोग करें। प्रशासन 24 घंटे आपकी सेवा के लिए इस पूरे पर्व त्यौहार को संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है। सड़क पर एक-एक सिपाही और पदाधिकारी लोगों की सेवा में खड़ा रहेगा। साथ ही लोगों से भी सहयोग की अपेक्षा है।
रिपोर्टः कमल कुमार