धनबादः जिले के बाघमारा के एक आदिवासी दम्पत्ति ने अवैध कब्जा का आरोप लगाते हुए बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मामला बीसीसीएल एरिया 01 बरोरा क्षेत्र के मुराईडीह का बताया जा रहा है। दंपति ने बीसीसीएल प्रबंधन पर अवैध रुप से करीब 221 एकड़ जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार दम्पत्ति मानो देवी और मंशाराम टुड्डू ने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन जमीन अधिग्रहण के बाद न तो उचित मुआवजे की भुगतान की है और न ही किसी प्रकार का नियोजन दी है। जबकि इस अधिग्रहित जमीन पर बीसीसीएल श्रमिक आवास निर्माण और खदान संचालित है। इसी मुद्दे को लेकर आज अपना विरोध प्रकट करते हुए इस आदिवासी दम्पति मानो देवी और मंशाराम टुड्डू ने अपने समुदाय के हजारों लोगों के साथ मुराईडीह के माईनप आउटसोर्सिंग माईन्स के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरनेपर बैठ गए हैं।
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2015 से जारी है लड़ाई
इस दौरान लोग तीर-धनुष और कई प्रकार के पारंपरिक हथियार के से लैश दिखे। मौके पर एहतियातन बड़ी मात्रा में जिला बल और बीसीसीएल की ओर से सीआईएसएफ बल की तैनाती की गई थी। आंदोलनकारी मंशाराम टुड्डू ने बताया कि 2015 से ही यह लड़ाई जारी है। इस दरमियान दो बार हम दोनों को जेल भी भेजा गया। इसलिये हमलोग उच्च न्यायालय की शरण में गए, जिसमें हमलोगों के पक्ष में फैसला आया है।

वहीं मानो देवी ने यह आरोप लगाया कि उच्च न्यायालय के आदेशानुसार हमलोगों से सम्बंधित कागजात को एरिया01 महाप्रबंधक के पास जमा भी किया पर अबतक टालमटोल किया जा रहा है। यहां तक कि आदिवासी समाज के हमारे मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति को भी इस मामले में सूचना दी गई है।
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दंपत्ति ने दी आर-पार की लड़ाई की चेतावनी
आंदोलनकारी दम्पत्ति ने सीधे तौर पर आर-पार की लड़ाई की चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते हुए प्रबंधन वार्ता करने नहीं आई तो बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा हमारे जमीन पर निर्माणित सभी चीजों को ध्वस्त कर अपना जमीन कब्जा करेंगे। इस दौरान तैनात बलों ने अगर गोली चलाई तो हमलोग उसका सामना तीर-धनुष से करेंगे। फिलहाल बीसीसीएल के पक्ष से कोई भी वार्ता के लिए नहीं आया है इसलिये आदिवासियों का धरना अभी तक जारी है।
