खगड़िया : बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर सिंह सोमवार को खगड़िया जिला अंतर्गत परबत्ता प्रखंड क्षेत्र के बड़ी लगार गांव में अपने रिश्तेदार पूर्व जिला परिषद सदस्य स्व. अर्जुन यादव के घर पर आयोजित एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे। जहां मौजूद राजद, कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और दर्जनों स्थानीय लोगों द्वारा माल्यार्पण कर व बुके भेंट कर भव्य स्वागत किया। इसके पश्चात शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि दिवंगत पूर्व जिला परिषद सदस्य अर्जुन यादव के परिवार से मेरा एक निजी संबंध है और उस संबंध को हम लोग निभाते आ रहे हैं और आगे भी निभाते रहेंगे।
इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन की सरकार में नौकरी का भरमार है। विकास पुरुष नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार तीव्र गति से विकास हो रहा है। साथ ही साथ युवा आदर्श उपमख्यमंत्री तेजस्वी यादव युवाओं को नौकरी देने में सबसे आगे हैं। वह लाखों बेरोजगारों को नौकरी दे एक बार फिर से नौकरी का पिटारा खोल दिए हैं। इतनी बड़ी शिक्षकों की नियुक्ति एक विज्ञापन पर हुई जो विश्व लेवल पर चर्चा है। जबकि वहीं केंद्र सरकार जो दो करोड़ लोगों की नौकरी देने का वादा किया था। वो तो चुपचाप बैठे हुए हैं। वह अब बिहार सरकार द्वारा पूरा हो रहा है।
इसके अलावा परबत्ता प्रखंड के लगार पंचायत में शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर से केएमडी कॉलेज परबत्ता में पीजी की पढ़ाई चालू करने की मांग की। मौके पर उन्होंने कॉलेज में आवयश्कता नुसार जमीन आदि की उपलब्ध होने आदि कि जानकारी लिया। शिक्षा मंत्री ने स्थानीय लोगों को आश्वान देते हुए कहा कि वे विश्वविद्यालय से संपर्क कर जल्द से जल्द पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की बात कही।
इधर, कई शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा शाम पांच बजे तक शिक्षण कार्य कार्य करने के फरमान से स्कूली बच्चों व महिला शिक्षकों को हो रही परेशानी की ओर उनका ध्यान दिलाया। इस बाबत उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर विभाग के हाई लेवल पर बात चल रही है। समस्या को देखते हुए बहुत जल्द कुछ ना कुछ बदलाव किया जाएगा। शिक्षा विभाग के डीईओ कार्यालय के अधिककरी द्वारा शिक्षकों पर दवाव बनाने की ओर मंत्री का ध्यान दिलाया। मंत्री ने कहा कि अभी उनके साथ खगड़िया के शिक्षा विभाग के डीपीओ साथ चल रहे है। अगर कोई परेशानी है तो खुलकर बोले अभी ही उसका निदान कर दिया जाएगा।
राजीव कुमार की रिपोर्ट