लोकसभा चुनाव में जमीन से लेकर आसमान तक रहेगी नजर। गया के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर से होगी निगरानी, बनाए गए दो हेलीपैड। डीएम ने कहा- बलपूर्वक और मनी पावर से चुनाव को प्रभावित करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
गया: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। गया, औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में प्रथम चरण के तहत 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। चुनाव को भय मुक्त और निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए इस बार जमीन के साथ-साथ आसमान से भी निगरानी रखी जाएगी। गया के 10 विधानसभा में से 6 विधानसभा गया लोकसभा अंतर्गत आते हैं। वहीं, तीन विधानसभा औरंगाबाद और एक विधानसभा क्षेत्र जहानाबाद के अंतर्गत है। ऐसे में तीन लोकसभा क्षेत्र का चुनाव गया जिले से जुड़ा है। इसे लेकर गया जिला प्रशासन ने पुख्ता तैयारी शुरू कर दी है। इस बार गया में हेलीकॉप्टर का प्रयोग चुनाव में निगरानी के लिए किया जाएगा। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में दो हेलीपैड बनाए गए हैं, जिसकी मदद से भयमुक्त और निष्पक्ष वोटिंग कराई जाएगी।
इस संबंध में गया के जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने प्रेस कांफ्रेंस कर गया समाहरणालय में बताया कि गया में 30 लाख से अधिक मतदाता हैं। गया लोकसभा अंतर्गत गया 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें मतदाताओं की संख्या 18 लाख 13 हजार 183 है। यह संख्या आने वाले दिनों में कुछ और बढ़ सकती है। वहीं औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में गया के तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें वोटरों की संख्या 9 लाख के करीब है। इसी प्रकार जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में गया का एक विधानसभा क्षेत्र आता है, जिसमें वोटरों की संख्या 3 लाख के करीब है।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव को बलपूर्वक और मनी पावर या गलत सूचना देकर प्रभावित करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। चुनाव को प्रभावित करने वाले आदतन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि गया में 3254 बूथ हैं, जिसमें 730 बूथ नक्सली इलाके में है। चुनाव को पूरी तरह से भयमुक्त और निष्पक्ष वातावरण में संपन्न कराने की तैयारी है।
वही, इस संबंध में गया की सिटी एसपी प्रेरणा कुमार ने बताया कि एसडीपीओ से लेकर थाना लेवल तक अंतर्राज्यीय मीटिंग लोकसभा चुनाव को लेकर की गई है। ऐसे में उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश पहले ही दिया जा चुका है। सिटी एसपी ने बताया कि नक्सली इलाकों में सीआरपीएफ की कंपनी तैनात की गई है।