नई दिल्ली/रांची : देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आज जन्मदिन है. वे 76 साल के हो गए हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर जन्मदिन की बधाई दी. बता दें कि रामनाथ कोविंद 25 जुलाई 2017 को देश के 14वें राष्ट्रपति बने थे और आज वह 76 वर्ष के हो गए हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के जन्मदिन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति जी को जन्मदिन की बधाई. उन्होंने अपने विनम्र व्यक्तित्व के कारण पूरे देश को अपना दीवाना बना लिया है. समाज के गरीब और हाशिए के वर्गों को सशक्त बनाने पर उनका ध्यान अनुकरणीय है. वह एक लंबा और स्वस्थ जीवन व्यतीत करें.
राष्ट्रपति कोविंद के जन्मदिन के मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित देश के कई राजनीतिक दलों ने बधाई दी है. सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर लिखा कि देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी को जन्मदिवस की अनेक-अनेक बधाई एवं शुभकामनाएं. परमात्मा आपको उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान करे, यही कामना करता हूँ.
संघर्षों से भरा रहा राष्ट्रपति कोविंद का जीवन
राष्ट्रपति कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को यूपी के कानपुर जिले एक गांव में हुआ. उनका जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था. उस समय देश अंग्रेजों का गुलाम था. वह 25 जुलाई 2017 को देश के 14वें राष्ट्रपति बने. उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का बचपन गरीबी में ही गुजरा. एक दलित परिवार में जन्में रामनाथ कोविंद का जीवन और उनका सफर भी मुश्किलों से भरा हुआ था. कठिनाइयों और चुनौतियों के होने के बावजूद उनके परिवार ने रामनाथ कोविंद को पढ़ाया लिखा. इस शिक्षा का परिणाम हुआ कि सारी तकलीफों को एक किनारे रखते हुए रामनाथ कोविंद ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी वकालत शुरू की.
1994 में ली राजनीति में एंट्री
रामनाथ कोविंद की राजनीति में एंट्री साल 1994 में हुई, जब वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए थे. साल 2006 तक वह दो बार संसद के ऊपरी सदन के सदस्य रहे. पेशे से वकील कोविंद ने दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस भी की. कोविंद, पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव भी रह चुके हैं. इसके साथ ही बीजेपी ने उन्हें अपना राष्ट्रीय प्रवक्ता भी नियुक्त किया था. कोविंद बीजेपी दलित मोर्चा के अध्यक्ष पद की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. वह ऑल इंडिया कोली समाज के अध्यक्ष रह चुके हैं.
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