डिजीटल डेस्क : गाहे-बगाहे अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहने वाले हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा चुनाव के दौरान नए सियासी बवाल में घिर गए है। इस बार वह अपने निर्वाचन क्षेत्र हैदराबाद में चुनाव प्रचार के दौरान की गई टिप्पणी के बने वीडियो को लेकर विवादों में आए हैं। भाजपा ने इस वीडियो के बहाने उन्हें जमकर घेरा है। भाजपा नेताओं इस विवादित बोल वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया है। उसके बाद से ज्यादा घमासान मचा है। हैदराबाद से ओवैसी के खिलाफ भाजपा प्रत्याशी माधवी लता ने उनके विवादित बयानों पर सवाल दागा है।
मीट शॉप पर ओवैसी के दो बोल बने विवाद की असल वजह
बताया जा रहा है कि एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी अपने लोकसभा क्षेत्र में डोर टू डोर चुनाव प्रचार पर निकले हुए थे। इस दौरान एक स्थानीय बीफ की दुकान पर ओवैसी पर पहुंचे। वहां पहुंचते ही मीट शॉप का नाम लेते हुए कहा कि कहा- ‘रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद’। उसके बाद वह मीट शॉप में काम करने वालों से हाथ मिलाते हैं और फिर जब चलने लगते हैं तो कहते हैं कि ‘काटते रहो’ । सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में हैदराबाद के सांसद के यही दो डॉयलाग विवाद की वजह बन गए। इसी पर लगातार टिप्पणियां जारी हैं।
भाजपा उपाध्यक्ष बोले – ओवैसी का बयान विभाजनकारी और खतरनाक पैटर्न वाला
आंध्र प्रदेश के राज्य भाजपा उपाध्यक्ष विष्णुवर्द्धन रेड्डी ने ओवैसी के वीडियो को ट्वीट किया है। उन्होंने इसी के साथ लिखा कि विभाजनकारी बयानबाजी का एक और खतरनाक पैटर्न ओवैसी के बयान से सामने आ रहा है। इस तरह की जानबूझकर की गई हरकतें केवल नफरत को बढ़ावा देती हैं और हमारे समाज में दरारें बढ़ाती हैं। विष्णुवर्द्धन रेड्डी द्वारा एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट किए गए वीडियो में पूरे दृश्य और उनके बोल को देखा जा सकता है।
माधवी लता बोलीं – समझ नहीं आता कि ओवैसी बैरिस्टर कैसे बन गए
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की गोमांस मालिक की प्रशंसा करने वाली विवादित टिप्पणी पर हैदराबाद सीट से भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी माधवी लता ने कहा कि- ‘मुझे समझ में नहीं आता कि असदुद्दीन ओवैसी बैरिस्टर कैसे बन गए वह पर्सनल लॉ के बारे में बात करते रहते हैं। पर्सनल लॉ के अनुसार, फतवा एक ऐसी चीज है जिसका सभी को पालन करना चाहिए। जब एक फतवा है कि गोमांस का सेवन नहीं किया जाना चाहिए तो वह फतवे के खिलाफ कैसे जा रहे हैं। इसका मतलब है कि वह अपने धर्म का सम्मान नहीं करते हैं। यही जीवन है।‘ उन्होंने आगे कहा कि ‘आप इस पर वोट मांग रहे हैं। उन्हें शिक्षा प्राप्त करने और उनके लिए कुछ बनने की बात करनी चाहिए। गोमांस काटने का क्या मतलब है ?’